देश

आप में बड़ा बदलाव करने जा रहे है कुमार विश्वास

नई दिल्ली,
आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने ऐलान किया है कि वह आम आदमी पार्टी ‘वर्जन-2’ बनाएंगे। हालांकि उन्होंने साफ किया कि वर्जन-2 का मतलब नई पार्टी नहीं है बल्कि इसका मतलब पार्टी को ‘बैक टु बेसिक’ पर लाना है। कुमार विश्वास ने रविवार को पार्टी ऑफिस में कार्यकर्ताओं से अलग-अलग ग्रुप में मुलाकात की। कई कार्यकर्ताओं ने विधायकों को लेकर अपनी शिकायत कुमार को बताई तो कुछ लोगों ने कहा कि पार्टी में आपसी मतभेद दूर होने चाहिए। कुमार ने कहा कि राज्यसभा में कौन जाएगा, इसका फैसला कार्यकर्ताओं का मन जानकर सही वक्त पर किया जाएगा।
क्या था वर्जन-1?
कुमार से यह पूछने पर कि अगर वह आम आदमी पार्टी वर्जन-2 बनाएंगे तो वर्जन-1 क्या था? कुमार ने कहा, ‘वर्जन-1 था रामलीला मैदान में और जंतर-मंतर पर पार्टी की लॉन्चिंग, जब हमने कहा था कि हम छोटे से छोटा फैसला कार्यकर्ता की बजाय मतदाता से पूछकर करेंगे, जब हमने टिकट देते वक्त पहली बार कार्यकर्ताओं को पंजीकृत किया, कार्यकर्ताओं की वोटिंग के आधार पर टिकट दिया, हमने कहा था कि कैरक्टर, क्रिमिनल बैकग्राउंड, करप्शन पर कोई समझौता नहीं होगा, हमने कहा था कि फैसलों में पारदर्शिता होगी।’
उन्होंने कहा, ‘वर्जन-1 था कि यह कार्यकर्ताओं की पार्टी है और हम धर्म, जाति की राजनीति नहीं करेंगे। इस बीच में हम इससे थोड़ा भटके हैं। कब-कब? यह बताने की जरूरत नहीं क्योंकि यह मेरी पार्टी के अंदर का मामला है।’ कुमार ने कहा, ‘जब-जब भटकाव दिखे हैं, मैंने पूरी मजबूती के साथ यह बात पार्टी में कही है। पिछले डेढ़ साल में कहने के कारण ही काफी लोग मुझसे नाराज हुए हैं।’
आम आदमी पार्टी वर्जन-2 का मतलब
क्या वर्जन-2 का मतलब नई पार्टी है? यह पूछने पर कुमार विश्वास ने कहा, ‘बिल्कुल नहीं। वर्जन-2 का मतलब है इसमें कुछ ऐंटी-वाइरस लगाए जा रहे हैं। ऐंटी-वाइरस हैं कार्यकर्ताओं के। कार्यकर्ता सच-सच बताएंगे। कार्यकर्ता बताएंगे कि संगठन में कहां दिक्कत हो रही है और विधायक कैसा काम कर रहे हैं?’
कौन-कौन हैं वाइरस?
कुमार विश्वास से यह पूछने पर कि ऐंटी-वाइरस की जरूरत क्यों पड़ी और कौन-कौन हैं वाइरस? कुमार ने कहा, ‘वाइरस यह है कि जब हम रामलीला मैदान से चले थे तो 5 लाख थे, इस बार जब हम रामलीला मैदान में थे तो 5 हजार कुर्सियां थीं। 5 लाख से 5 हजार की यात्रा के बीच जो जनता हमसे छूटी है वह वाइरस की वजह से छूटी है। कई वजहों से लोग नाराज हुए हैं।’
राज्यसभा का फैसला कार्यकर्ताओं का मन जानकर
राज्यसभा को लेकर कुमार के विचार पूछने पर उन्होंने कहा, ‘अगर पार्टी आगे बढ़ेगी तो राज्यसभा और लोकसभा पहुंचेगी। लेकिन पार्टी के सीनियर और योग्य लोगों की इसलिए राजनीतिक हत्या कर देना कि इनके मरने से RAC (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) कन्फर्म होगी, तो ऐसे चेहरों को पहचानने की जरूरत है, जो जंतर-मंतर से लेकर रामलीला मैदान तक नहीं आए पर सरकार बन गई तो आ गए।’ उन्होंने कहा कि राज्यसभा कौन जाएगा, इसके लिए कार्यकर्ताओं का मन जानकर सही समय पर फैसला लिया जाएगा।
कुमार-केजरीवाल साथ-साथ
क्या इस ‘बैक टु बैसिक’ के लिए अरविंद केजरीवाल साथ हैं, क्या वह भी चाहते हैं? इस सवाल पर कुमार विश्वास ने कहा कि पार्टी का आंदोलन अरविंद केजरीवाल की ‘स्वराज’ किताब के अनुसार खड़ा हुआ तो वह क्यों नहीं चाहेंगे, वह बिल्कुल चाहते हैं। कुमार ने कहा, ‘मेरे भाषण में मैंने कहा था कि पहले देश को, फिर दल को और फिर नेता को रखो। अरविंद ने मेरे बाद अपने भाषण में इसे दोहराया। अरविंद ने बहुत संजीदगी के साथ पार्टी के लोगों को संदेश दिया है कि हम जहां से चले थे वहीं लौटना है।’
जीवन आधार बिजनेस सुपर धमाका…बिना लागत के 15 लाख 82 हजार रुपए का बिजनेस करने का मौका….जानने के लिए यहां क्लिक करे

Related posts

स्कूल ने मासूम लड़कियों से लिखाया ‘वे लेजबियन है’, अभिभावकों ने किया हंगामा

लकड़ियां बीनने वाली लड़की की एक किताब ने बदल दी जिंदगी

Jeewan Aadhar Editor Desk

उगलान में लगा दुनियां का पहला सौर ऊर्जा संचालित आरओ प्लांट