रोहतक,
22 नवंबर को मकड़ौली के पास मानव शव का एक हिस्सा मिलने का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने शव की पहचान कर हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। इस ब्लांइड मर्डर को सुलझाने में पुलिस को काफी मशकत करनी पड़ी। कई तथ्य और साइबर सेल की मदद से पुलिस ने मामले को सुलझाया।
शव की पहचान गीतांजलि के रुप में
पुलिस के अनुसार शव की पहचान गांधी कैंप निवासी गीतांजलि के रुप में हुई। हत्यारे ने गीतांजलि के शरीर के तीन हिस्से में काट दिया था। अलग—अलग हिस्सों को अलग—अलग दिन अलग—अलग क्षेत्र में ड़ाल फैंका गया था। पुलिस ने तीनों हिस्सों को जोड़कर शव की पहचान की।
पति निकला हत्यारा
पुलिस के अनुसार गीतांजलि की हत्या उसके पति राजकुमार उर्फ राजू ने की थी। पति को शक था कि उसकी पत्नी के अवैध संबंध अपने ननदोई के साथ है। इसके चलते उसने 13 नवंबर को गीतांजलि की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद एक दिन शव को घर में ही रखा। इसके बाद राजकुमार ने आरा मशीन से गीतांजलि के शव की 7 हिस्से कर दिये और फिर अलग—अलग स्थानों में फैंक दिए।
पुलिस को मिले थे 3 टुकड़े
राजकुमार ने शव के 7 टुकड़े करके अलग—अलग स्थान पर फैंकने की बात कबूल की है, लेकिन पुलिस को केवल 3 ही टुकड़े मिले। इनमें 22 नवंबर को मकड़ौली के पास बिना सिर का धड़ मिला। 25 नवंबर को पुरानी शुगर मिल के पास पैर व कमर का हिस्सा मिला। 1 दिसंबर को दादरी में पैर मिले थे।
पुलिस कर रही है पूछताछ
आरोपी राजकुमार से पुलिस अभी पूछताछ कर रही है। पुलिस आरोपी से बाकि 4 टुकड़ों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई है। आरोपी को पुलिस रविवार को कोर्ट में पेश करेगी। उम्मीद है पुलिस कोर्ट से राजकुमार का रिमांड मांगेगी, ताकि शव फैंकने वाले स्थानों और आरा मशीन की निशानदेयी हो सके।