फतेहाबाद

मासूम गुड़िया की ‘रुह’ मांगे इंसाफ, पुलिस अधीक्षक निकले हैवान की तलाश में

फतेहाबद (साहिल रूखाया)
उसे दुनियां में आए महज 10 साल ही बीते थे। वो ति​तली की तरह उड़ती थी..चहकती थी। किसी परी से कम नहीं थी अपने अभिभावकों के लिए कमाना की मासूम गुड़िया। लेकिन उसकी मासूमियत पर थी एक हैवान की नजर। हैवान से 7 महीनें पहले मासूम गुड़िया को अपने शिंकजे में लेकर शिकार बनाया…और उसे दर्दनाक मौत देकर फरार हो गया। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार
पुलिस आई..सीआईए ने जांच आरंभ की…कई लोगों से पूछताछ हुई…लेकिन परिणाम शून्य रहा। हैवान पुलिस पकड़ से दूर रहा, वहीं गुड़िया की मासूम रुह इंसाफ की बाट जोहती रही। 7 माह के बाद फतेहाबाद के नए पुलिस कप्तान ने मासूम गुड़िया के हैवान की फाइल खोली। उसे गौर से पढ़ा और फिर पहुंच गए घटनास्थल की जांच करने। रविवार को पुलिस कप्तान दीपक सहारण ने घटनास्थल से लेकर मासूम गुड़िया के घर तक का दौरा किया। अभिभावकों और आसपास के लोगों से बातचीत की। इस दौरान उनके साथ मौजूद डीएसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों की टीम ने आवश्यक साक्ष्य जुटाने का काम किया। पार्ट टाइम नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।

एसपी दीपक सहारण ने कहा कि कमाना गांव की मासूम गुड़िया के अपराधी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि आरोपी का पता बताने वाले को एक लाख रुपये का ईनाम दिया जाएगा व नाम पता भी गुप्त रखा जायेगा। इसको लेकर पूरे गांव में और आसपास के क्षेत्र में पर्चे बांटे गए है और सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर भी लगाए गए है। जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
ध्यान रहे रतिया के कमाना गाव में 15 जून 2017 को 10 साल की मासूम बच्ची का अपहरण हुआ। अगले दिन लड़की का शव अर्धनग्न अवस्था में गांव के जोहड के पास मिला था। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में सामने आया कि मरने से पहले मासूम के साथ दरिंदगी हुई थी। अब नए पुलिस कप्तान द्वारा केस को गंभीरता से लेने से उम्मीद है कि जल्द ही मासूम का गुनाहगार जेल की सलाखों के पीछे होगा।
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