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हिमाचल प्रदेश की कुर्सी को पसंद नहीं मूंछ वाला सीएम

शिमला,
राजनीति में टोटके और संयोग काफी चलते है। बात हिमाचल प्रदेश की करे तो यहां अब तक कोई मूंछ वाला सीएम नहीं बन पाया। हिमाचल के गलियारों में चर्चाएं है कि शायद मूंछ के चलते ही जेपी नड्डा सीएम की कुर्सी पर विराजमान नहीं हो पाए। नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
अब तक के सीएम—सभी बिना मूंछ के
हिमाचल प्रदेश में पहले सीएम डा. यशवंत सिंह परमार 8 मार्च 1952 को बने। वे दो बार सीएम बने। इसके बाद ठाकुर रामलाल 28 मार्च 1977 को सीएम बने। 22 जून 1977 को शांता कुमार सीएम बने। 14 फरवरी 1980 को एक फिर ठाकुर रामलाल सीएम बने। 8 अप्रैल 1983 को वीरभद्र सिंह सीएम बने। वे लगातार दो बार सीएम बने। 5 मार्च 1990 को शांता कुमार सीएम बने। 3 दिसंबर 1993 को वीरभद्र सिंह सीएम बने। 24 मार्च 1998 को प्रेम कुमार धूमल सीएम बने। 6 मार्च 2003 को वीरभद्र सिहं सीएम बने। 30 दिसम्बर 2007 को प्रेम कुमार धूमल सीएम बने। 25 दिसम्बर 2012 को प्रेम कुमार धूमल सीएम बने। अब दिसंबर 2017 में बीजेपी सत्ता में आई है तो जयराम ठाकुर को विधायक दल का नेता चुना गया है। इन सब सीएम में एक बात कॉमन ये रही कि सभी के मूंछ नहीं थी। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार
मूंछ कटी बनने वाले है सीएम
भाजपा इस बार सत्ता में बहुमत के साथ आई है। काफी माथापच्ची के बाद जयराम ठाकुर को विधायक दल का नेता चुना गया है। यहां चौकान्ने वाली बात यह है कि जयराम ठाकुर कुछ समय पहले तक मूंछ रखते थे, लेकिन बाद में उन्होंने मूंछ कटवा ली। मूंछ कटवाने के बाद अब वे सीएम पद पर विराजमान होने जा रहे है।
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Jeewan Aadhar Editor Desk