भिवानी हरियाणा

फिर छाई भिवानी की बेटी, नेट के साथ जेआरएफ किया क्लीयर

भिवानी,
समय समय पर बेटियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। चाहे कोई भी क्षेत्र रहा हो बेटियां ने हर क्षेत्र में अपनी काबलियत के बूते पर कामयाबी हासिल की है। ऐसी ही एक उपलब्धि भिवानी की बेटी भाग्यनिधि के नाम जुड़ गई है। सेना से कैप्टन सेवानिवृत भिवानी निवासी केवलराम वर्मा की पुत्री भाग्यनिधि ने कठिन परिश्रम करते हुए वर्ष 2017 में हुई जूनियर रिसर्च फैलोशिप की परीक्षा उत्तीर्ण कर न केवल अपने माता पिता के सपनों को पूरा किया बल्कि छोटी काशी भिवानी का भी नाम रोशन किया है। जीवन आधार पत्रिका यानि एक जगह सभी जानकारी..व्यक्तिगत विकास के साथ—साथ पारिवारिक सुरक्षा गारंटी और मासिक आमदनी भी..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

जानकारी देते हुए भाग्यनिधि ने बताया कि उन्होंने एमटेक के रिसर्च कार्य के दौरान एक रिसर्च पेपर भी लिखा। जिसे कांफ्रेस जांच कमेटी ने न केवल स्वीकार किया बल्कि उसे प्रकाशन के लिए भी सहमति भी दे दी।
भाग्यनिधि ने भिवानी के किरोड़ीमल पब्लिक स्कूल से 91 प्रतिशत अंकों से बारहवी करने के पश्चात फरीदाबाद से बीटेक की। तत्पश्चात दो बार ग्रेजूवेट एप्टीट्यूट टैस्ट इन इंजिनियंरिंग की भी परीक्षा पास की। इसके बाद देहली टेक्नोलाॅजी यूनिवर्सिटी से एमटेक की पढ़ाई के लिए दाखिला ले लिया। वहां पढ़ाई के साथ साथ नेट क्लीयर करने के लिए दिन रात पढ़ाई की। भाग्यनिधि ने डीटीयू कैंपस से मल्टीनेशननल कंपनी में प्लेसमेंट भी हासिल की है। नौकरी की तलाश है..तो जीवन आधार बिजनेस प्रबंधक बने और 3300 रुपए से लेकर 70 हजार 900 रुपए मासिक की नौकरी पाए..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।

भाग्यनिधि की माता किरण वर्मा ने बताया कि उनकी बिटिया बचपन से ही होनहार रही है। उन्होंने स्कूल टाईम से ही पढ़ाई के साथ साथ एनसीसी, नृत्यकला एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में न केवल हिस्सा लिया है बल्कि उसमें अपनी उपस्थिति भी दर्ज करवाते हुए जिला उपायुक्त से प्रशंसा पत्र भी प्राप्त किया। भाग्यनिधि की इस उपलब्धि पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
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