पानीपत (प्रवीण भारद्वाज)
https://youtu.be/vaoKNN8hUrY
मासूम बच्चियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म के बाद हत्या की घटनाओं में नशे की भूमिका अह्म नजर आ रही है। मामला चाहे हिसार के उकलाना की मासूम गुड़िया का हो या पानीपत के उरलाना की बच्ची का..घटना को अंजाम देने वाले नशेड़ी ही निकले। पुलिस के अनुसार उरलाना मामले में भी दोनों आरोपी बच्ची के पड़ोसी ही है।
पुलिस के अनुसार ड्राइवर प्रदीप और उसके साथी सागर शराब के नशे के आदि है। प्रदीप शादीशुदा है और उसकी बीवी मायके गयी थी। शाम को शराब के नशे में दोनों गांव के बाहर बने मकान में शराब पी रहे थे। इसी दौरान मासूम 11 वर्षीय बच्ची कूड़ा डालने आई तो दोनों ने उसे देखा और उनकी नीयत में खोट आ गया। दोनों ने बहला फुसलाकर बच्ची को घर में बुलाया और फिर बच्ची की चुन्नी से ही दोनों ने गला दबाकर उसकी हत्या की और उसके बाद प्रदीप ने नशे की हालत में मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। पुलिस के अनुसार दोनों ने देर रत बच्ची को गांव के तालाब के पास फेंक दिया। दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म काबुल कर लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या,पोस्को एक्ट व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेस किया जायेगा।
एक के बाद एक मासूम को नशेड़ी अपना शिकार बना रहे है, लेकिन इसके बाद भी सरकार और पुलिस प्रशासन नशेड़ियों के खिलाफ कोई बड़ा ठोस अभियान नहीं चला रही है। ये बड़ी शर्मनाक बात है। हलांकि पुलिस ने उरलाना के गुनहगारों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन आगे से ऐसी वारदात ना हो इसके लिए नशेड़ियों पर शिकंजा कसना बहुत जरुरी है।