हरियाणा

भाजपा सरकार मतलब किसानों का काल—अभय चौटाला


हिसार

मौजूदा केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों की काल बन चुकी है। किसान आत्महत्या करने को मजबूर है और भाजपा सरकार उन किसानों की सुध लेने की बजाए उनकी बोली लगा रही है।
यह बात हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने बरवाला हलके के गांवों का दौरा करते हुए ग्रामीण जनसभाओं में कही। उन्होंने हलके के गांव राजली, जुगलान, धान्सू, नियाणा, खोखा, सातरोड व भगाना के ग्रामीणों से एसवाईएल को लेकर चलाये जा रहे संघर्ष के लिए अपना सहयोग देने की अपील की। इनेलो ने एसवाईएल के निर्माण के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार पर दवाब बनाने के लिये हलका स्तर पर धरना प्रदर्शन प्रारम्भ किया हुआ है। इसी कड़ी में 19 जून को हलका बरवाला के इनेलो कार्यकर्ता उपमंडल कार्यालय बरवाला पर धरना देकर प्रशासन को ज्ञापन सौंपेंगे। नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि यह सरकार पूर्णतया किसान विरोधी है पहले तो किसानों को बिजली व पानी उपलब्ध नहीं करवाती, फिर फसल बीमा के नाम पर जबरदस्ती उनकी जेब पर डाका डालती है, और अगर कोई किसान किसी तरह अपनी फसल पका लेता है तो सरकारी खरीद एजेंसियों की अनदेखी के चलते उसे अपनी फसल को औने-पौने दामों में बेचने को मजबूर होना पड़ता है। आज सूरजमुखी की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3900 रूपये है पर किसान को 2700 रूपये में बेचनी पड़ रही है, इसी प्रकार पीछे मुंग की फसल भी किसान को एम एस पी से कम मुल्य पर बेचनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि आज जब किसान अपने हक के लिए आवाज उठाता है तो उसे लाठियां और गोलियां मिलती है, उसके बाद किसानों को चुप कराने के लिए सरकार उनके स्वाभिमान की बोली लगा रही है। मंदसौर की घटना की कड़ी निंदा करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि आज पूरे देश के किसानों को एकजुट होने की जरूरत है। अगर भाजपा सरकार किसान का भला चाहती है जल्द से जल्द एस वाई एल का पानी प्रदेश को दिलवाए। उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे इनेलो द्वारा एसवाईएल को लेकर लगाये जा रहे धरनों पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में जाये ताकि हम हमारा हक मिल सके।
इस मौके पर इनेलो जिला अध्यक्ष राजेंद्र लितानी, विधायक वेद नारंग, रणवीर गंगवा, अनूप धानक, पूर्व मंत्री सुभाष गोयल, पूर्व विधायक पूर्ण सिंह डाबड़ा, शीला भ्याण, सत्यवान बिछपड़ी, डा. अनंत राम बरवाला, सजन लावट, डा. राजकुमार दिनोदिया, अमित बूरा, सिल्क पूनिया, धोलू गोदारा, सतपाल पालू, अजमेर ढांडा, एड़वोकेट मनदीप बिश्नोई, सूबे सिंह सिवाच, ज्योति सरपंच, मनोहरलाल भाखर, हरि सिंह बूरा, राजू भगत, जयसिंह राजली, रामअवतार धारीवाल, निगम पार्षद राजपाल मांडू, मास्टर प्रहलाद, कृष्णा खर्ब, रमेश चुघ, संजय खेड़ा, विवेक सरपंच, रघुविंद्र चेयरमैन, तेजू हुडा, डा. रामभगत सहित बहुत से ग्रामीण उपस्थित थे।

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