नई दिल्ली,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस समय अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ अहमदाबाद में रोड शो और पतंगबाजी में बिजी थी, उस समय ऐसी खबर आई कि उनके संसदीय क्षेत्र बनारस में गोद लिए एक गांव से सोलर स्ट्रीटलाइट की कई बैटरियों पर चोरों ने हाथ साफ कर लिए हैं।
मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बनारस के जयापुर गांव को गोद लिया था, इसके बाद इस गांव का कायापलट किया जाने लगा, लेकिन 3 साल तक रोशनी में रहने के बाद एक बार फिर यह गांव अंधेरे में चला गया है क्योंकि यहां पर लगे सोलर स्ट्रीटलाइट की आधे से ज्यादा बैटरियां चोरी चली गई हैं।
700 परिवार वाले इस गांव में 135 सोलर स्ट्रीटलाइट लगाई गई हैं लेकिन पिछले एक साल में यहां पर लगे करीब 80 खम्भों से बैटरियां गायब हो गई हैं। मोदी ने नवंबर, 2014 में जयापुर गांव को गोद लिया था। इसके बाद 2015 के शुरुआती महीनों में यहां पर स्ट्रीटलाइटें लगा दी गईं थी।
गांव के मुखिया श्रीनारायण पटेल ने कहा, “करीब एक साल पहले 50 खम्भों से बैटरी चुरा ली गई थी। मैंने गांव के बाहर लगे पुलिस चौकी पर इसकी लिखित शिकायत की और रोहणिया पुलिस को इस चोरी के बारे में जानकारी दे दी थी।” उन्होंने आगे कहा, “अभी कोई कार्रवाई की जाती, इससे पहले 30 और खम्भों से बैटरी चुरा ली गई। मैंने फिर पुलिस को इस बारे में शिकायत की, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।”
सौर प्रकाश से जलने वाले स्ट्रीटलाइट सार्वजनिक बैंक और कॉरपोरेट सोशल रिसपॉन्सबिलिटी (CSR) के तहत निजी कंपनियों ने मिलकर लगवाया था। अब तक इन खम्भों पर नई बैटरी नहीं लगाई जा सकी है। पटेल ने एडीजी विश्वजीत महापात्र से इसकी शिकायत लगाई और उन्होंने सोमवार को इस गांव का दौरा भी किया। गांववालों ने महापात्रा से इस चोरी के बारे में एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिए जाने की शिकायत दर्ज कराई।
गांव के मुखिया ने कहा कि अभी तक न चोर पकड़े में आए हैं और न ही बैटरियों को हासिल किया जा सका है। उन्होंने पुलिस से कई बार इसकी शिकायत दर्झ कराई है। प्रधानमंत्री मोदी ने जयापुर के अलावा नागेपुर गांव को भी गोद लिया है। एडीजी महापात्रा ने जयापुर के बाद नागेपुर गांव का दौरा किया।
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