आदमपुर(अग्रवाल)
नाबालिग छात्र लगातार उग्र जाते रहे है, इसके चलते स्कूलों में अनहोनी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। यमुनानगर में छात्र द्वारा प्रिंसिपल की गोली मारकर हत्या करने के बाद निजी स्कूल के शिक्षक स्वयं को असुरक्षित महसूस करने लगे है। इसी बीच शुक्रवार को आदमपुर के एक निजी स्कूल में छात्र द्वारा अध्यापक पर हमलाकर उसे लहुलुहान करने का मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार, नौंवी कक्षा में पढ़ने वाला एक छात्र अपने शिक्षक पर महज इस बात पर उग्र हो गया कि उसके पेपर में शून्य अंक दिया गया था। पहले छात्र ने अध्यापक के साथ उग्र तेवरों में बातचीत की और बाद में हाथ में पहने कड़े से शिक्षक के सिर पर वार कर दिया। बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ अन्य छात्रों ने भी आरोपी छात्र का साथ दिया। बाद में शोर सुनकर बाकि स्टाफ सदस्य मौके पर पहुंचे और घायल शिक्षक को नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे। नागरिक अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद शिक्षक को अग्रोहा मेडिकल में रैफर कर दिया गया। शिक्षक की हालत स्थिर बताई जा रही है। चिकित्सकों के अनुसार घायल शिक्षक के सिर में दो टांके आए है। वहीं सूचना मिलते ही आदमपुर थाने से एएसआई कृष्ण कुमार अग्रोहा मेडिकल पहुंचे। लेकिन उन्हें वहां शिक्षक नहीं मिला। इसके चलते पीड़ित के बयान नहीं लिए जा सके।
शिक्षक सुरक्षा अधिनियम की आवश्यकता
अपने अध्यापकों के प्रति विद्यार्थियों के उग्र व्यवहार के चलते अब प्रदेश में शिक्षक सुरक्षा अधिनियम की आवश्यकता है। सरकार को चाहिए कि वह शिक्षकों व स्कूल स्टाफ की सुरक्षा को लेकर भी उचित कदम उठाए।