फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
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इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला द्वारा नागरिक अस्पताल में दवा घोटाले को उजागर करने के बाद दिनभर अस्पताल में गहमागहमी का माहौल देखने को मिला। सांसद ने आरटीआई के माध्यम से लिए गए आंकड़ों को मीडिया के सामने पेश करते हुए अस्पताल में दवा खरीद में घोटाला होने का दावा किया था। उनके दावे के बाद प्रदेश की राजनीति में उफान देखने को मिला। वहीं सोमवार को गुप्तचर विभाग की टीम ने अस्पताल में पहुंचकर दवा खरीद के रिकॉर्ड की फोटोकॉपी करवाकर अपने कब्जे में ली। आरोप लगने के बाद गुप्तचर विभाग मामले की जांच में लगा हुआ है। विभाग द्वारा जल्द ही रिपोर्ट तैयार करके आलाधिकारियों के पास भेजी जायेगी।
ये लगाए थे आरोप
सांसद ने आरोप लगाए थे कि सिविल सर्जन फतेहाबाद द्वारा जो फेसमास्क खरीदे गए है वह काफी महंगे खरीदे है। आरोप है कि फेसमास्क सरकारी खरीद की दर 95 पैसे है। लेकिन इसे 4.90 रुपए में खरीदा जो टेंडर रेट से लगभग पांच गुणा ज्यादा है। वहीं 500 ग्राम कॉटन रोल जिसका टेंडर रेट 99 रुपए था, उसको 140 रुपए की दर से खरीदा गया। इसी प्रकार हैंड सैनिटाइजर जिसकी टेंडर कीमत 185 रुपए थी, उसके लिए 325 रुपए का भुगतान किया गया। आरोप है कि यह सब खरीद सरकार ने अपनी चहेते सप्लायर आरवीएक्स इंडस्ट्रीज से की है।
दोषी को नहीं बख्शा जायेगा
वहीं सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने साफ किया है कि मामले की जांच के आदेश दिए जा चुके है। यदि दवा की खरीद में कहीं भी कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो कार्रवाई निश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी कीमत पर प्रदेश में भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी। जो अधिकारी या कर्मचारी भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया गया, उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।