अन्न महोत्सव के नाम पर गरीबों को दिया जा रहा रोजाना का महज 167 ग्राम गेहूं
फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
बुधवार से प्रदेश में अन्न महोत्सव मनाया गया। फतेहाबाद में महोत्सव के दौरान गरीब लोगों का दर्द देखने को मिला। घंटों महोत्सव में बैठाए रखने के बाद उनको मायूस लौटा दिया गया। इन लोगों ने जमकर हंगामा भी किया, लेकिन अधिकारियों के कानों में उनका शोर नहीं पहुंचा। थक—हार कर गरीब घरों को लौट गए। दहाड़ी छोड़ गेहूं लेने आए गरीब लोग दहाड़ी भी नहीं कर पाए और गेहूं भी नहीं ले जा पाये।
आज फतेहाबाद के विधायक चौ. दुड़ाराम ने गरीबो को अन्न के थैले वितरित कर योजना का शुभारंभ किया। एक तरफ विधायक ने इस योजना को गरीबों को लिए संजीवनी बताया तो वहीं योजना का लाभ लेने पहुंचे लोग व्यवस्था रूष्ट नजर आए। योजना के तहत लाभ लेने पहुंची महिलाओं ने कहा कि पहले तो उन्हें बुलाया गया है अब उन्हें पूछने वाला कोई नहीं है। विधायक तो योजना की शुरुआत कर कुछ ही मिनटों में वापिस लौट गए, मगर वे अब भी गर्मी में खड़े हुए हैं। उन्हें अब तक राशन नहीं दिया गया। रूष्ट नजर आ रहे लोगों ने कहा कि 5 किलो राशन देने के नाम पर उनके साथ मजाक किया जा रहा है।
बता दें, कोरोना काल के बाद से केंद्र सरकार की तरफ से प्रत्येक गरीब परिवार को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रति सदस्य 5 किलो गेहूं फ्री दिया जा रहा है। इस अनाज को 5 किलो के एक थैले में डालकर दिया जा रहा है, जिनपर नेताओं के फोटो छपवाए गए हैं। इसके अलावा अनाज डिपो के बाहर भी प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की फोटो भी लगवाए गए हैं। लेकिन नेताओं की भाषणबाजी के चलते लोगों का बहुत ज्यादा समय खराब करने पर भी अनाज नहीं दिया जा रहा—इसके चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।