नई दिल्ली,
फेसबुक पर अकसर फर्जी खबरें वायरल होती रहती हैं, लेकिन पिछले कुछ दिन से फेसबुक को लेकर ही एक झूठी खबर सोशल मीडिया पर तैर रही है। यही नहीं इसे तमाम लोग पूरी तरह सच मानते हुए अपने दोस्तों तक भी बढ़ा रहे हैं। दरअसल एक ऐसा संदेश तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है, ‘फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने आपके अकाउंट को सेफ रखने के मकसद से ‘BFF’ का आविष्कार किया है। यदि आप इस पोस्ट के कॉमेंट में ‘BFF’ लिखेंगे और वह हरा हो जाता है तो समझिए कि आपका अकाउंट सेफ है अन्यथा खतरे में है।’
असल में यह पूरी तरह से गलत है। तमाम लोगों को इसका अर्थ पता नहीं है, जिसके चलते उन्हे यह खबर पूरी तरह सही लग रही है और वे ऐसी पोस्ट्स पर ‘BFF’लिख रहे हैं ताकि पता चले कि उनका अकाउंट सेफ है या नहीं। यह बात सही है कि यदि आप किसी पोस्ट पर BFF लिखते हैं तो वह हरा हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब अकाउंट के सेफ होने या न होने से नहीं है।
हकीकत यह है कि फेसबुक जैसे पिछले दिनों किसी की पोस्ट पर बधाई लिखने पर उसे केसरिया रंग देने का फीचर लाया था, वैसा ही फीचर यह भी है। अब आपको बताते हैं कि यहां BFF का पूरा अर्थ क्या है। BFF का मतलब ‘बेस्ट फ्रेंड फॉरऐवर’ से है। अब यदि आप कि सी को अपना सदाबहार दोस्त मानते हैं तो यह कॉमेंट लिख सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि इसका अकाउंट के सेफ होने या न होने से कोई मतलब नहीं है।