चंडीगढ़,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग दास गर्ग ने यहां की अनाज मंडी में व्यापारियों की बैठक ली और सरसों खरीद का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सरसों कि खरीद आढ़तियों के माध्यम से 10 दिन पहले घोषणा करने के बावजूद भी सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से ना करने से प्रदेश के व्यापारियों व किसानों में भारी रोष है।
बजरंग दास गर्ग ने कहा कि यह सरकार आढ़तियों को ही नहीं बल्कि किसानों को भी बर्बाद करने पर तुली हुई है। केंद्र व हरियाणा सरकार द्वारा हर रोज बेतुके कानून बनाकर देश व प्रदेश के व्यापारी व किसानों को नाजायज तंग किया जा रहा है। किसान अपनी सरसों को बेचने के लिए मंडियों में धक्के खा रहा है, मगर सरकारी एजेंसी किसानों की फसल आढ़तियों के माध्यम से नहीं खरीद रही है। सरकार की तरफ से सरसों खरीद में नाजायज शर्तें लगाकर किसानों को बेवजह तंग किया जा रहा है जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में लगभग 25 लाख मीट्रिक टन सरसों की पैदावार हुई है। मगर प्रदेश की मंडियों में आढ़तियों के माध्यम से सरसों की खरीद ना होने के कारण आढ़ती व किसान को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने सरसों की खरीद व फसल का भुगतान आढ़तियों के माध्यम से नहीं किया व सरसों किसान की नहीं खरीदी तो प्रदेश का व्यापारी हरियाणा बंद करके सड़कों पर आ जाएगा। सरकार को अपनी घोषणा के अनुसार सरसों का एक-एक दाना खरीद करना चाहिए ताकि प्रदेश के किसान व आढ़ती को राहत मिल सके।
इस दौरान अनाज मंडी एसो. जिला प्रधान पवन गर्ग, अनाज मंडी एसो. प्रधान संजय गोयल, पूर्व प्रधान संतकुमार सिंगल, सजग प्रदेश अध्यक्ष सत्यपाल अग्रवाल, खल-चूरी एसो. प्रधान त्रिलोक कंसल, अनाज मंडी मंदिर पूर्व प्रधान अशोक गुप्ता, महाराजा अग्रसेन हस्पताल पूर्व प्रधान अनिल जैन, बजरंग लाल असरावां वाला, जगदीश गोदारा, अनूप बिसला, सतपाल आर्य, संजय नागपाल, ज्ञानचंद ग्रोवर, निरंजन गर्ग, सुरेंद्र ग्रोवर, ऋषिलाल आदि व्यापारी प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव रखे।