फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
गांव दहमन में कुछ माह पहले जानलेवा हमले के बाद कोमा में चले गए व्यक्ति ने बीती रात दम तोड़ दिया। व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। परिजनों ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर क्षुब्ध हो अस्पताल से मृतक का शव ले जाने से इनकार कर दिया। बाद में पुलिस के आश्वासन पर परिजन माने और शव घर ले गए।
मृतक मुलख राज के भाई महेंंद्र ने बताया कि मृतक मुलख राज के घर के सामने खाली जगह है, जहां पर लोग अकसर अपने रेहड़ी, ट्राली आदि खड़ी करते हैं और लोग भी यहां खाली समय में बैठे रहते हैं। इस जगह पर पड़ोस के कुछ लोग दीवार बनाने लगे, जो मुलख राज के मकान के गेट के सामने आ गई, जिसको लेकर पड़ोसियों से विवाद हो गया था।
आरोप है कि 10 नवंबर की शाम 7 बजे जब वह खेत से घर आया तो वजीर, रिंकू, बंटी, नरेश, सुरेश, सुशीला, मुकेश, कमलेश सहित 11 लोगों ने गंडासी, लाठी आदि लेकर उस पर हमला कर दिया। जिससे उसके सिर, बाजू आदि पर गंभीर चोटें लगी। साथ ही उसका भाई महेंद्र व एक महिला घायल हो गई थी। मुलखराज के सिर में चोट लगने से वह कोमा में चला गया था और हिसार के एक अस्पताल में भर्ती था।
पिछले 4 महीने से वह कोमा में ही था। पुलिस ने आरोपियों पर जानलेवा हमले के मामले में केस दर्ज कर 5 आरोपियों को पकड़ लिया था, जबकि 6 आरोपी अभी भी फरार हैं। वहीं बीती रात कोमा में पड़े मुलखराज ने दम तोड़ दिया। इसके चलते परिजनों में रोष फैल गया और गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। परिजनों ने कहा कि जब कि बाकी आरोपी नहीं पकड़े जाते, तब तक वे शव नहीं लेंगे। बाद में पुलिस ने आश्वासन दिया तो परिजन माने। इस बारे में डीएसपी जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि मामले में अब दोबारा बयान दर्ज कर जांच की जा रही है। 11 आरोपियों में से 6 को तथ्यों के अभाव के चलते गिरफ्तारी नहीं हुई थी, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।