हिसार,
भारत बंद का असर हिसार पर दिखने लगा है। एससी/एसटी वर्ग के कर्मचारी सुबह 9 बजे वाल्मीकी मंदिर में एकत्रित हुए। समाज के लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर उनका समर्थन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रही।
मंदिर में एकत्रित होने के बाद जुलूस की शक्ल में एक बड़ी भीड़ ने बाजारों की तरफ कूच किया। भीड़ शांतिपूर्ण तरीके से बंद की अपील करते हुए आगे बढ़ती गई। व्यापारियों ने भी उनकी अपील पर दुकानों को बंद कर दिया। सुबह 10 बजे से पहले ही वाल्मीकी चौक, राजगुरु मार्केट, आर्य समाज मार्केट, बिश्नोई मार्केट, सुभाष मार्केट, नागौरी गेट, रामपुरा मोहल्ला सहित पुराने शहर की सभी बड़ी मार्केट बंद हो चुकी थी।
इससे पहले वक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को भाजपा सरकार से प्रेरित बताते हुए कहा कि यह सीधे—सीधे बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा उनके समाज को दिए गए विशेष अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा कि आज भारत बंद का आह्वान है, यदि सरकार जल्द ही नहीं चेती तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाने को भी वे मजबूर होंगे।
प्रशासन का छुटा पसीना
हिसार प्रशासन को आज काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हिसार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित कैबिनेट के आधे मंत्री विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे है। ऐसे में भारत बंद के दौरान एससी/एसटी वर्ग के लोगों का जोरदार प्रदर्शन प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहा है। प्रशासन का भय है कहीं प्रदर्शनकारी सीएम के कार्यक्रमों में पहुंचकर हंगामा खड़ा ना कर दे। इसके लिए प्रशासन पिछले दो दिनों से एससी/एसटी वर्ग के नेताओं से बातचीत कर रहा है, उनसे आश्वासन मिलने के बाद भी प्रशासन इस तरफ से काफी चौकन्ना नजर आ रहा है।
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