https://youtu.be/vaoKNN8hUrY
फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
हरियाणा प्रदेश की पुलिस चोरी को रोकने में कितनी सजग है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि थाने में दिन—दहाड़े चोरी हो रही थी और थाना प्रभारी कह रही है कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं। इससे भी अधिक शर्म वाली बात तो यह है कि थाना प्रभारी जब मामाला संज्ञान में न होने की बात कह रही थी,उसी समय उनके आगे चोरी बंद किया गया।
मामला फतेहाबाद के महिला थाने का है। यहां पर टाइल और पत्थर काटने का काम चल रहा है। लेकिन इसके लिए बिजली सीधे कु्ंडी लगाकर ली जा रही है। मीडिया के सामने जब मामला आया तो उन्होंने इसकी कवरेज करनी शुरु की। मीडिया के कैमरों को देख टाइल और पत्थर काटने वालों के होश ठिकाने आए और उन्होंने तुरंत कुंडी हटा ली। यह सब हो रहा था थाना प्रभारी पुष्पा सिहाग के सामने। जब उनसे थाने में बिजली चोरी के बारे में पूछा गया तो वो इससे अंजान बन गई। उन्होंने कैमरे पर कहा कि ये मामला उनके संज्ञान में नहीं है,जबकि कुंडी उनके सामने ही उतारी गई थी।
मीडिया के कुरदने पर उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में ठेकेदार से जवाब—तलब किया जाएगा। वहीं कुंडी लगाकर पत्थर काटने का काम कर रहे मिस्त्री राजकुमार ने उसने भी माना कि वह बिजली की कुंडी लगाकर काम कर रहा था। उसने कहा कि इस मामले मे वह कुछ नही कह सकता इस बारे मे ठेकेदार ही जानकारी दे सकता है।
वहीं पूरे प्रकरण मे बिजली निगम के ग्रामीण एसडीओ राजेश कुमार का काफी नाकारात्मक रवैया सामने आया है। एसडीओर को जब इस बारे मे जानकारी दी गई तो उन्होंने कारवाई करने की बजाय मिडिया को ज्ञान बांटना शुरू कर दिया। हालांकि इस मामले मे निगम के कार्यकारी अभियंता ने कारवाई का भरोसा जरूर दिया है।
लेकिन सब प्रकरण में बड़ा सवाल उठ रहा है कि सूबे के मुखिया प्रदेश भर में बिजली चोरी न करने का ज्ञान बांटते है,क्या वे अब महिला थाने में बिजली चोरी पर संज्ञान लेंगे??? मामला संज्ञान में लाने के बाद भी कार्रवाई के स्थान पर ज्ञान बांटने वाले निगम के एसडीओ पर कोई एक्शन लेंगे??