चंडीगढ़,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कॉन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग दास गर्ग ने कहा है हरियाणा सरकार द्वारा गेहूं खरीद का भुगतान आढ़तियों के माध्यम से ना करके सीधे किसान के खाते में करने के आदेश देने से प्रदेश के आढ़तियो में भारी नाराजगी है। सरकार मंडी का व्यापार खत्म करने पर तुली हुई है। सरकार ने हरियाणा के 12 जिलों में फसल का भुगतान आढ़तियों के माध्यम से ना करने के विरोध में उन सभी मंडियों में अनिश्चितकाल हड़ताल पर आढ़ती चला गया है।
व्यापारियों की समस्या सुनने के बाद जारी बयान में बजरंग दास गर्ग ने कहा कि अगर सरकार ने यह तुगलकी फरमान वापिस नहीं लिया तो हरियाणा की सभी मंडियों के साथ साथ व्यापार मंडल पूरा हरियाणा बंद करके इस तुगलकी फरमान का विरोध करेगा। यह सरकार की किसान व व्यापारियो में आपसी भाचारा खराब करने की साजिश है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा।
श्री गर्ग ने कहा कि हरियाणा में गेहूं व सरसों की सरकारी खरीद में हुई धांधली की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। गेहूं खरीद में एजेंसियों के अधिकारियो ने गेहूं उठान के ठेके 200 से 300 प्रतिशत ज्यादा रेटों में अपने चहेतों को देकर सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है और गेहूं उठान के ठेकेदार व सरकारी अधिकारियों से मिलकर आढ़तियों से गेंहू के कट्टे उठाने के नाम पर पैसे की वसूली की है। इसके आलावा गेंहू व सरसो खरीद में भी सरकारी अधिकारियों ने अपना निजी हित साधने के लिए खुली धांधली की है।