आदमपुर (अग्रवाल)
शिक्षक अगर अपने कर्तव्यों का निर्वहन सही ढंग से करेंगे और बच्चों को शिक्षित करने में अपना समय देंगे तो समाज की तरक्की होने से कोई नहीं रोक सकता है। लेकिन स्कूल समय में यदि शिक्षक सोता मिले औैर अन्य शिक्षक भी खाली बैठे रहेंगे तो इसे देश का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब ए.डी.सी. अमरजीत सिंह मान ने गांव कालीरावण स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया।
ए.डी.सी. मान सुबह करीब 11 बजे गांव कालीरावण के विद्यालय में पहुंचे और निरीक्षण किया। यहां उन्होंने पी.जी.टी. अंग्रेजी के शिक्षक कुलदीप को विद्यालय में सोते हुए पाया जबकि इतिहास विषय के पी.जी.टी. राजकुमार, संस्कृत विषय के पी.जी.टी. राजीव कुमार कक्षा छोडक़र सो रहे शिक्षक कुलदीप सिंह के पास बैठे मिले। इनके अलावा लेक्चरर मुंशीराम को कक्षा में मोबाइल पर खेलते पकड़ा। उन्होंने कहा कि नियमानुसार किसी भी शिक्षक को अपना मोबाइल कक्षा में ले जाने की इजाजत नहीं है। सभी शिक्षकों को कक्षा में जाने से पूर्व अपना मोबाइल प्राचार्य कक्ष में जमा करवाना होता है। निरीक्षण के दौरान विद्यालय के लिपिक रणबीर सिंह ड्यूटी से नदारद मिले और विद्यालय में हाजिरी रजिस्टर भी नहीं मिला।
इसके अलावा भ्रमण रजिस्टर व एडजेस्टमैंट रजिस्टर में भी कोई इंट्री दर्ज नहीं थी। ए.डी.सी. मान ने लिपिक को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि विद्यालय की कक्षा 7वीं व 11वीं में कोई भी अध्यापक नहीं था और विद्यार्थी खाली बैठे थे। उन्होंने तुरंत प्रभाव से चारों शिक्षकों के एक दिन के वेतन को रोकने के आदेश देते हुए इस बाबत माध्यमिक विद्यालय शिक्षा के निदेशक को पत्राचार करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए कटिबद्ध है परंतु शिक्षकों की लापरवाही इस उद्देश्य को पूरा करने में बाधा बन रही है। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रकार की लापरवाही के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।