आदमपुर (अग्रवाल)
पानी की एक—एक बूंद कितनी किमती हो सकती है ये बात पिछले 3 दिनों से जवाहर नगर के लोगों से बेहतर कोई नहीं जानता। यहां पानी के लिए हा—हाकार मचा हुआ है। नहर बंदी होने के कारण जलघर में पानी के टैंक खाली हो चुके है। पानी की सप्लाई नाममात्र आ रही है। ऐसे में लोग दोबारा से आदिम जमाने की तरफ लौटने को विवश हो गए।
क्षेत्र में बचे एकाध नलकूप पर पानी के लिए लंबी—लंबी लाइने लगी रहती है। महिलाओं में पानी की बारी को लेकर झगड़े होने लगे है। मध्यम वर्ग के लोग पानी के टैंकर मोल रहे है। वहीं गरीब बस्तियों में सरपंच प्रीतम सिंह रोजना पानी के टैंकर भेजकर व्यवस्था को बनाने में लगे हुए है। लेकिन इसके बाद भी भयंकर गर्मी के चलते लोग पानी के लिए त्राहि—त्राहि कर रहे है।
सुशील बिश्नोई का कहना है कि पिछले 25—30 सालों में पानी को लेकर इस क्षेत्र में कभी ऐसा महौल देखने को नहीं मिला। एक—एक बाल्टी पानी के लिए लोग संघर्ष कर रहे है। महावीर ने बताया कि उनकी गली में सभी लोगों ने बैठक करके 3 दिन पहले ही पानी बचाने का निर्णय लेते हुए नहाने पर पाबंधी लगाते हुए गीले कपड़े से शरीर को साफ करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा एक टैंकर पानी के एक हजार रुपए लग रहे है। गली वाले रोजना पैसे एकत्रित करके टैंकर खरीद रहे है। इससे पीने और शौचालय की पानी की ही पूर्ति की जा रही है।
सुलताना, रुखसाना और सुशीला ने बताया कि पूरा दिन महज 2 बाल्टी पानी में काट रहे है। कूलर में भी पानी ड़ालना बंद कर दिया है। आसपास नलकूप न होने के कारण काफी मन्नत करके टैंकर में नीचे बचा हुआ पानी ले रहे है। वहीं राज, कांता और नन्हीं देवी ने बताया नलकूप से पानी को लेकर झगड़े होने लगे है। एक बर्तन भरने से पहले ही दूसरा अपना बर्तन लगा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात उन्होंने यहां पहले कभी नहीं देखे।
नहर आई—पानी का इंतजार
लंबी नहरबंदी के बाद नहर में पानी आ चुका है। अब इंतजार है कि कब जलघर के टैंक में पानी सही स्तर तक पहुंचे और सप्लाई नियमित हो सके। पानी की गति कम होने के कारण जलघर में पानी काफी कम मात्रा में पहुंच रहा है। ग्राम पंचायत भी टैक्टरों की मदद से जलघर की पाइपोें में तेज गति से पानी पहुंचाने का प्रयास किया है। लेकिन जब तक नहर में पूरा पानी नहीं आता जलघर से पानी की सप्लाई नियमित होने में समय लगेगा।
टैंकरों के मनमाने रेट
पानी की कमी के चलते आमजन पूरी तरह से पानी के टैंकरों पर निर्भर हो गया है। ऐसे में पानी टैंकर मालिक भी मनमाने रेट वसूलने लगे है। यहां पर पानी के टैंकर 500, 800 और 1000 रुपए की दर से दिए जा रहे है।
क्या बोले सरपंच
सरपंच प्रीतम सिंह का कहना है कि नहरबंदी होने के कारण पानी की कमी आई हैै। शुरुआती दौर में यदि सभी मिलकर पानी का प्रयोग कम करते तो शायद ऐसी नौबत नहीं आती। फिर भी वे टैंकरों की मदद से आमजन को पीने योग्य पानी उपलब्ध करवा रहे है। उन्होंने कहा कि जलघर में पानी के टैंक भरने के लिए ट्रैक्टर लगाकर नहर से सीधा पानी भेजने का प्रयास किया है। उम्मदी है कि मंगलवार तक पानी की सप्लाई ठीक हो जाए।