नई दिल्ली, अगरतला, बीकानेर:
सोमवार देर रात देश भर के 13 राज्यों में आए अंधड़ ने कई जगहों पर तबाही मचाई है। मौसम विभाग के अनुसार बवंडर रूपी अंधड़ मंगलवार को भी अपना रौद्र रूप दिखा सकता है। सोमवार रात करीब 12 बजे दिल्ली के शेख सराय फेस 2 इलाके के PSRI हॉस्पिटल के सामने सरकारी पार्किंग में 3 एम्बुलेंस में भयानक आग लग गई। एम्बुलेंस में बैठे 3 लोगों में से 2 की मौके पर मौत हो गई और एक की हालत काफी गंभीर है। राणा ग्रुप की प्राइवेट एम्बुलेंस पार्किंग में ही पार्क हुआ करती थी। एम्बुलेंस में सो रहे 2 लोगों की मौके पर मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया है।
घायल व्यक्ति को सफदरगंज हॉस्पिटल ले जाया गया है। चश्मदीद एम्बुलेंस ड्राइवर दीपू के अनुसार मोटीन सुलग रहा था और तेज आंधी की वजह से भयानक आग लग गई। आग इतनी भयानक थी कि अगल—बगल के 2 और एम्बुलेंस में आग लग गई। इस घटना की जांच मालवीय नगर थाने की पुलिस कर रही है।
सफदरजंग वेधशाला के एक अधिकारी ने कहा कि 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ रात करीब 11 बजकर 15 मिनट पर दिल्ली पहुंचा। अंधड़ को देखते हुए मौसम विभाग की सलाह पर दिल्ली-हरियाण, राजस्थान, उत्तराखंड सहित देश के 17 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। अंधड़ के चलते दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर हिस्सों की बिजली गुल रही। बिजली गुल रहने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहेगा।
त्रिपुरा में तूफान से एक की मौत
त्रिपुरा में तूफान से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई और 1800 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा। अधिकारियों ने कहा कि राज्य में खोवई सबसे ज्यादा प्रभावित जिला रहा। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि रविवार को आए तूफान के बाद करीब 2500 लोग सरकारी इमारतों में आश्रय लेने को मजबूर हैं।
बवंडर से बीकानेर शहर प्रभावित
भारत- पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर से उठा रेत का बवंडर सोमवार देर शाम जिले के कई स्थानों से होता हुआ शहर तक आ पहुंचा जिसके चलते जिले के अधिकतर हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बवंडर का कहर देर रात तक लोगों को परेशान करता नजर आया। बवंडर खाजूवाला, लूणकरनसर, अर्जुनसर, महाजन, छतरगढ़ सहित जिले के अनेक स्थानों से होता हुआ बीकानेर शहर में भी आ गया। चारों तरफ रेत का गुबार और दिन में ही अंधेरा सा छा गया।
बीकानेर संभाग में मौसम विभाग की ओर से सात एवं आठ मई को जारी आंधी एवं तूफान की चेतावनी के बाद से ही लोग आशंकित थे और इसी की चर्चाएं दिनभर कार्यालयों एवं अन्य स्थानों पर चलती रही। जंहा से भी बवंडर गुजरा, वहां बिजली गुल हो गई। हालांकि इस बवंडर ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई और इसके बाद आई बरसात ने मौसम सुहावना बना दिया।
कार्यवाहक जिला कलेक्टर यशवंत भाकर ने कहा कि आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के पूर्वानुमानों द्वारा आगामी दिवसों में पश्चिमी राजस्थान में होने वाले मौसम परिवर्तन के संबंध में चेतावनी जारी की गई है।
उन्होंने बताया कि आगामी चार दिनों में संभावित तेज आंधी-तूफान, चक्रवात तथा लू-तापघात आदि की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां करने के लिए भी सभी को कहा गया है। इसके साथ ही सभी विभागों को अलर्ट रहने तथा आपसी समन्वय रखने तथा इस दौरान बिना पूर्व अनुमति किसी भी अधिकारी को मुख्यालय न छोड़ने के लिए निर्देशित किया गया है।