चण्डीगढ़,
हरियाणा के पूर्व मुख्य मन्त्री भूपेन्द्र सिहं हुड्डा ने आज अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एचएसएससी द्वारा हाल ही में जेई पद के परीक्षार्थियों से ब्राह्मण व ब्राह्मण कन्या को लेकर पूछा गया अपमानजनक सवाल का कारण कोई गलती नहीं, बल्कि भाजपा की संकीर्ण सोच को दर्शाता है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा ने बेटियों को भी नहीं बख्शा है। भारतीय संस्कृति में कन्या को किसी एक बिरादरी का नहीं माना जाता, उसका अपमान हर धर्म और हर जाति का अपमान है। भाजपा हरियाणा के किसी भी वर्ग का सम्मान करना नहीं जानती। वह केवल धार्मिक और जातीय उन्माद फैलाने के ऐजेण्डे पर काम कर रही है। प्रदेश के ब्राह्मण समाज का गुस्सा जायज है। कांग्रेस पार्टी ब्राह्मण समाज द्वारा जताए जा रहे विरोध को सही मानती है। हम मांग करते हैं कि पहले से ही भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे एचएसएससी को इस ताजा अपराध के बाद तुरन्त भंग किया जाए और दोषियों पर अपराधिक मामला दर्ज हो। वैसे भी एचएसएससी हरियाणा सर्विस सेल्स सैंटर बन चुका है और चयन संस्था के रूप में अपनी विश्वसनीयता पूरी तरह खो चुका है तथा अब ताजा बवाल के बाद इसको बनाये रखने का कोई औचित्य नहीं है। अन्तरिम व्यवस्था के रूप में एचएसएससी द्वारा ली गई लिखित परिक्षा की कॉपियों की चैकिंग व मार्किंग किसी निष्पक्ष व विश्वसनीयता वाली संस्था से करवाई जाए।
हुड्डा ने कहा कि विदेशी निवेश के नाम पर हरियाणा के मुख्यमंत्री व मंत्री दनादन विदेशी दौरे कर रहे हैं। क्या सरकार स्पष्ट करेगी कि पिछले तीन साल में कितना विदेशी निवेश प्रदेश में आया ? सरकार ये भी बताये कि गत साढ़े तीन वर्षों में उसने निवेश के लिए कितनी भूमि का अधिग्रहण किया है ? कांग्रेस सरकार के दौरान उद्योगों के लिए अधिग्रहित भूमि पर विवाद खड़ा करने व नई भूमि का अधिग्रहण न कर सरकार ने स्वतः ही नए निवेश के रास्ते बन्द किए। सरकारी खर्चे पर हाल के विदेशी दौरे से हरियाणा प्रदेश को कुछ मिलने वाला नहीं है। फिर भी यदि सरकार बाहर से निवेश लाने में सफल रही तो मैं स्वागत करूंगा, हालांकि इसकी सम्भावना कम ही है।
हुड्डा ने कहा कि गेहूं के देर से उठान पर हमने जो आशंका जताई थी वह सच्च साबित हुई। लगातार हुई दो बारिसों में उठान न होने व सरकार के कुप्रबन्धन के कारण सरसों और गेहूं, ट्रेक्टर-ट्रालियों व मण्डियों में खुले में भीगता रहा। सरकार ने ठीक से व्यवस्था करनी थी पर मुख्यमंत्री अपने विदेशी दौरे की तैयारियों में ही मग्न रहे व पूरे लाव-लश्कर के साथ विदेश में सैर-सपाटे पर निकल गए। इससे किसानों व आढ़तियों का ही नहीं देश का भी नुकसान हुआ। रोम जल रहा था – नीरो बंसी बजा रहा था इस कहावत को हरियाणा सरकार ने चरितार्थ कर दिखाया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग तेल और रसोई गैस को जीएसटी के दायरे में लाये जाने, किसानों पर चढ़े कर्ज व उनकी फसलों के वाजिब भाव दिए जाने, अवैध खनन, बिगड़ती कानून व्यवस्था, दलितों व महिलाओं पर अत्याचार, रोजगार व भ्रष्टाचार आदि जनता से जुड़े मुद्दों पर कोई सवाल न पूछे, जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा सरकार काल्पनिक और गैर जरूरी मुद्दों पर कोहराम मचाती है।
हाल में गुरूग्राम में नमाज अता करने के स्थान के मसले का समाधान करने की बजाये भाजपा राजनीति कर रही है। सरकार ये क्यूं भूल रही है कि संघ तो प्रायः हररोज सार्वजनिक जगहों पर ही अपनी गतिविधियां व कार्यक्रम आयोजित करती है।
हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार को नहीं मालूम कि बिजली और पेयजल की किल्लत के कारण पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो बिजली की आपूर्ति केवल मात्र एक घंटा है और जलाश्य सूख गये हैं या नाममात्र का पानी बचा है, जबकि अभी गर्मी शुरू ही हुई है। पूरी गर्मी शुरू होने पर बिजली और पेयजल का संकट और बढ़ सकता है। तुगलकी फैसले लेने वाली विफल हरियाणा सरकार कृषि क्षेत्र में सोलर उर्जा की आड़ में कांग्रेस शासन में दी गई रियायती बिजली सप्लाई की स्कीम खत्म करने जा रही है। कांग्रेस इसका घोर विरोध करती है।
इस मौके पर मौजूद पूर्व स्पीकर एवं विधायक कुलदीप शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण समाज के अपमान पर एचएसएससी के खिलाफ कारवाई न होना इस बात का सबूत है कि मुख्यमंत्री का एचएसएससी को मूक सर्मथन है। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ इस अवसर पर पूर्व स्पीकर एवं विधायक रघुवीर सिंह कादियान, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष फूलचन्द मुलाना, पूर्व मंत्री एचएस चट्ठा, पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व विधायक भारत भूषण बतरा और प्रो.वीरेन्द्र भी मौजूद रहे।