हिसार,
विकलांग अधिकार मंच ने सरहेड़ा गांव निवासी विकलांग पति जगदीश एवं उसकी मूक बधिर पत्नी सोनिया पर परिजनों द्वारा गत दिवस रंजिशन की गई मारपीट व जानलेवा हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। इसके साथ ही मांग की गई है कि अगर पीडि़त पति पत्नी को न्याय नहीं मिला तो विकलांग अधिकार मंच इस मामले को विकलांग आयोग चंडीगढ़ के समक्ष लेकर जाएगा।
मंच के प्रदेशाध्यक्ष ऋषिकेश राजली ने बताया कि गांव सरहेड़ा निवासी जगदीश 70 प्रतिशत विकलांग है, जो गांव में दुकान करके अपनी रोजी रोटी कमा रहा है। उसकी पत्नी सोनिया भी शत प्रतिशत मूक वधिर है। उनकी इसी विकलांगता का फायदा उठाते हुए उनके परिजन उन्हें न तो घर में और न ही जमीन में बंटवारा करके दे रहे है। गत दिवस भी परिजनों ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया, जिसके चलते उन्होंने रात्रि नौ बजे भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी और अब वे सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन है। इसी झगड़े की वजह से वे पड़ोसी के मकान में किराये पर रह चुके हैं। जमीन बंटवारे को लेकर गत दो मई को भी उनके साथ झगड़ा हुआ था, जिसकी शिकायत बरवाला थाने में दी गई थी। लेकिन अभी तक उसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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इसी का नतीजा यह रहा कि गत रात्रि उनपर फिर से हमला किया गया। सिर में ज्यादा चोट लगने के कारण जगदीश अब सामान्य अस्पताल में उपचाराधीन है। उन्होंने बताया कि विकलांग होने का फायदा उठाते हुए जगदीश के भाईयों ने उसके नाम से ही बैंक में लोन लिया है और घर का बिजली मीटर भी उसी के नाम है, जिसका बिल 40 हजार से ज्यादा है, जिसे अब वे नहीं भर रहे है। राजली ने कहा कि विकलांग व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार कोई नई बात नहीं है। उन्होंने मांग की कि पीडि़त विकलांग व उसके बीवी बच्चों को सुरक्षा देते हुए न्याय दिलाया जाए। अगर प्रशासन ने कोई कदम नहीं उठाया तो विकलांग अधिकार मंच इस मामले को विकलांग कमिश्नर के पास लेकर जाएगा।