रेवाड़ी,
मनोहर सरकार को राजस्व के आगे युवाओं की जिंदगी काफी नजर आ रही है। सरकार की इस सोच से रेवाड़ी के परिजन काफी चिंतित नजर आ रही है। असल में, मनोहर सरकार राजस्व जुटाने के चक्कर में अब रिहायशी बस्तियों के बीच भी शराब का ठेका खुलवाने लगी है। इससे आमजन काफी परेशान है। गली—मोहल्लो में खुल रहे शराब के ठकों के कारण सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना महिलाओें को करना पड़ा रहा है। उनका घरों से निकलना भी मुश्किल होता जा रहा है।
यही कारण है कि रेवाड़ी में डीसी से मिलने के बावजूद जब नसियाजी रोड पर स्थित शांति नगर रिहायशी बस्ती से शराब का ठेका नहीं हटा तो महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अपना रोष जाहिर करते हुए न केवल ठेके के सामने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया, बल्कि ठेके पर ताला भी जड़ दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उनकी एक न सुनी।
मोहल्लावासियों का कहना है कि ठेके के चारों ओर रिहायशी बस्ती है। साथ ही आस-पास कई स्कूल भी स्थित हैं। पहले यहां जुए का अड्डा बना हुआ था। ऊपर से प्रशासन ने यहां ठेका खुलवाकर उनका जीना हराम कर दिया है। तीन दिन पहले खुले इस ठेके को हटवाने की मांग को लेकर वे ग्रामीण शुक्रवार को डीसी से मिले थे, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
इतना ही नहीं दुकान मालिक भी मोहल्लावासियों के साथ है। उसका कहना है कि उसे भी नहीं पता किराएदार ने यहां ठेका कब खोला है। अगर मोहल्ले के लोग नहीं चाहते तो वे भी ठेका नहीं खुलने देंगे। अब उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ठेके को तुरंत यहां से नहीं हटाया गया तो वे इसे आग लगा देंगे और रोड जाम कर देंगे।