टोहाना(नवल सिंह)
डांगरा रोड पर बने मॉडल स्कूल की चौथी की छात्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पिरथला-ललौदा रेलवे स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग की है। गांव रताखेड़ा की रहने वाली छात्रा जसविंद्र कौर ने पीएम को लिखे पत्र में बताया है कि हिसार-लुधियाना रेलवे लाइन पर अंग्रेजों के जमाने में 1905 में रेलवे स्टेशन का निर्माण किया गया था। लेकिन काफी समय से रेलवे स्टेशन की असुविधाओं की कमी यात्रियों के लिए भारी पड़ रही है।
नहीं कोई सुविधा
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं की कमी है। सफाई न होने से स्टेशन पर दुर्गंध का आलम बना हुआ है। पिरथला-ललौदा रेलवे स्टेशन के आसपास के पिरथला, ललौदा, ठरवा, ठरवी, डांगरा, रताखेड़ा, बिढ़ाईखेड़ा, नांगला, समैन, कन्हड़ी व फतेहपुरी गांवों के सैकड़ों यात्री हर रोज रेल द्वारा सैकड़ों लोग नौकरी व अन्य काम के लिए आते-जाते हैं। ट्रेन के इंतजार में यात्री प्लेटफार्म पर खड़े रहते हैं।
पानी तक नहीं पीने को
कुछ दिन पहले छात्रा जसविंदर कौर अपने छोटे भाई व मां के साथ हिसार अपने रिस्तेदार के पास जाने के लिए पिरथला ललौदा रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ी का इंतजार कर रहे थे। तपती गर्मी के कारण जब उसे जब प्यास लगी तो उसने अपनी मां से पानी मांगा।
उसकी माता ने जब स्टेशन पर पानी की तलाश की तो पाया स्टेशन पर लगे दोनों हैंड पम्प खराब है। उसे पानी नहीं मिला और प्यासे रहकर सफर करना पड़ा। इस बात को लेकर उसे दुःख हुआ उसने इसके बारे में जानकारी हासिल की तो उसे पता चला कि यहां शोचालय भी नहीं है।
2लाख का मुनाफा हर माह
पिरथला-ललौदा रेलवे स्टेशन के माध्यम से रेलवे मंत्रालय को हर महीने दो लाख रुपये की आमदनी होती है। औसतन हर महीने करीब 8 हजार लोग यहां से अपनी यात्रा का आवागमन करते है।
शौचालय ही नहीं
रेलवे स्टेशन पर शौचालय न होने से सबसे ज्यादा परेशानी महिला यात्रियों को होती है। आज तक रेलवे मंत्रालय ने इसकी तरफ कभी ध्यान भी नहीं दिया।
रात को स्टेशन पर सुरक्षित नहीं है यात्री
रेलवे स्टेशन और गांव की लिंक सड़कों की हालत भी काफी खराब है और रात के समय यात्रियों की सुरक्षा तक नहीं है। स्टेशन पर अंधेरा होने के कारण वारदात की आशंका बनी रहती है।
ये लिखा है पत्र में
आदरणीय,
प्रधानमंत्री महोदय भारत सरकार
नई दिल्ली
श्रीमान जी,
मैं जसविंद्र कौर सुपुत्री बलकार सिंह गांव रत्ता खेड़ा त. टोहाना जिला फतेहाबाद हरियाणा की निवासी हूं। श्रीमान जी हमारे गांव के पास हिसार-लुधियाना रेलवे लाइन है। यहां पिरथला-ललौदा रेलवे स्टेशन है। जहां से पिरथला, ललौदा, ठरवा, ठरवी, डांगरा, रत्ता खेड़ा, विडाई खेड़ा, नांगला, समैन, कन्हड़ी व फतेहपुरी गांवों के सैकड़ों यात्री हर रोज रेल द्वारा यात्रा करते करते हैं। यहां स्टेशन बहुत ही पुराना रेलगाड़ी का ठहराव है। परंतु फिर भी यहां तक जाने के लिए न सड़क है न ही स्टेशन पर पानी व शौचालय की किसी प्रकार की सुविधा नहीं है। जिस कारण प्रतिदिन यात्रियों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
अत:मैं आपसे अनुरोध है। इस समस्या की ओर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देकर इसका समाधान करें। धन्यवाद
प्रार्थी, जसविंद्र कौर