आदमपुर (अग्रवाल)
काजला के ग्रामीणोें का संघर्ष आखिरकार रंग लाया। जलघर के पानी का मोगा 8 इंच से घटाकर 4 इंच कर दिए जाने के खिलाफ संघर्ष कर रहे ग्रामीणों की जीत हुई और जनस्वास्थ्य विभाग ने आज पानी आने से पहले ही मोगा को 8 इंच का कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि बिना 8 इंच के मोगे के जलघर के टैंक भर पाना काफी मुश्किल है। ऐसे में नहर जाने के बाद 5 गांवों में फिर से पानी की एक—एक बूंद के लिए हा—हाकार मच जाता।
ध्यान रहे इस विवाद को लेकर काजला के ग्रामीणों ने सीता राम सहारण के नेतृत्व में 12 सदस्यों की एक निगरानी कमेटी का गठन किया था। इस काम को जल्द से जल्द पूरा करने का दायित्व कमेटी के सदस्य वीर सिंह उर्फ पायलट को सौंपा गया था। अधिकारियों से बातचीत के बाद भी जब कोई हल नहीं निकाला तो उन्होंने कमेटी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी।
इसके बाद ग्रामीणों ने साफ कर दिया था कि यदि नहर आने से पहले इस मोगे को वापिस 8 इंची नहीं किया गया तो काजला धाम और मल्लापुर की तरफ जाने वाली पेयजल की सप्लाई को काट देंगे। ग्रामीणों की चेतावनी के चलते अधिकारियों ने पानी आने से पहले ही मोगे को 4 इंची के स्थान पर 8 इंची कर दिया। इससे ग्रामीणों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।