हिसार,
हिसार में एक बार फिर हत्या की वारदात हुई है। मिलगेट निवासी फूल सिंह की हत्या कर शव फेंक दिया गया। शुक्रवार सुबह जब फूल सिंह का शव मिला तब तक देर हो चुकी थी। मगर इस हत्या की कहानी ऐसी है कि शायद देर न हुई होती तो फूलंसिह की जान बच सकती थी।
मृतक के बेटे अमित ने बताया कि उनकी ऋषि नगर में दुकान थी, मगर लॉकडाउन के चलते दुकान बंद हो गई और घर का काम भी चलाना मुश्किल हो गया। ऊपर से उधार लिए रुपये भी चुकाने थे। घर में तनाव बढ़ रहा था तो पापा ने मक्की बेचने के लिए पुलिस लाइन एरिया में रेहड़ी लगाना शुरू कर दिया। अभी इस काम को शुरू किए तीन ही दिन हुए थे कि अब उसके पिता दुनिया में नहीं हैं।
पुलिस को दिए बयान में अमित ने बताया कि मंगलवार और बुधवार को काम भी ठीक हुआ तो पापा टाइम पर घर भी आ गए थे। मगर गुरुवार रात वो घर नहीं आए। जब हम उन्हें लेने के लिए गए तो वो वहां नहीं थे। मैं, मेरी मां और भाई रात दस बजे तक उन्हें ढूंढते रहे। जब वो नहीं मिले तो हम मिलगेट थाना गए। पुलिस को जब इस बारे में बताया तो कहा कि तुम्हारे पापा पुलिस लाइन एरिया में रेहड़ी लगाते थे तो सदर थाने में जाओ वहां रिपोर्ट दर्ज होगी। इसके बाद हम सदर थाना चले गए, वहां पुलिस ने बताया कि तुम मिलगेट एरिया से हो उसी थाने में रिपोर्ट दर्ज होगी।
हम इसके बाद सिविल अस्पताल में चले गए और पूरी रात इंतजार करते रहे। ताकि अगर उनके पिता किसी हादसे का शिकार हुए हैं तो उन्हें कोई वहां लेकर आएगा। शुक्रवार सुबह होने पर जब हम फिर से रेहड़ी लगाने की जगह पहुंचे तो रेहड़ी पलटी हुई थी और पिता खून से सने हुए थे। उनके सिर पर तेजधार हथियार से हमला किया गया था। मेरी मां ने जब उनको उठाया तो वो खून से सन्न गई। अमित ने कहा कि अगर उनके पिता को पुलिस रात में ही ढूंढने निकलती और हमें थानों के चक्कर नहीं कटवाए होते तो मेरे पिता आज जिंदा होते।
अमित ने कहा कि जिन लोगों से हमने रुपये उधार लिए थे वो पहले भी धमकी दे चुके थे। ऐसे में हत्या का शक भी उन्हीं पर है। पुलिस ने अमित के बयान पर मामला दर्ज किया है और शव का पोस्टमार्टम करवा शव सौंप दिया है। मामला भी उसी मिलगेट थाने में दर्ज हुआ है जहां से शुरू में उन्हें रात को लौटा दिया था।