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आदमपुर उपचुनाव : 54 गांवों की स्थिती हुई साफ, जानें कौन कितने गांवों में आगे

आदमपुर,

आदमपुर उपचुनाव की तस्वीर अब गांवों के अनुसार साफ होने लगी है। चुनाव में अब गिनती के दिन बचे है। ऐसे में अब लोग खुलकर अपनी बात भी रखने लगे हैं। शहर सदा की तरह अब भी चुप्पी साधे हुए है। आदमपुर शहर में जो भी आता है वह मतदाताओं से प्यार, दुलार और स्नेह लेकर जाता है। यहां के लोग वोट किसे देंगे—यह कोई समझ नहीं पाता। वहीं गांवों में तस्वीर काफी अलग है। गांवों में मतदाता खुलकर अपनी बात रख रहे है। यहां पर सीधे—सीधे मतदाता बता देते है कि वे किसे वोट कर रहे हैं।

सबसे पहले आम आदमी पार्टी की बात करते हैं। आदमपुर विधानसभा में आदमपुर शहर व जवाहर नगर मिलाकर कुल 54 गांव है। इन 54 गांवों में से किसी भी एक गांव में आम आदमी पार्टी बढ़त के साथ आगे नहीं निकलती दिखाई दे रही। आम आदमी पार्टी पहली बार हरियाणा में उपचुनाव मैदान में उतरी है। पार्टी से सबसे अच्छी खबर यह है कि उसे आदमपुर हलके के प्रत्येक बूथ पर वोट मिल रहे हैं। पहली बार चुनाव मैदान में उतरने वाली पार्टी के यह सबसे बड़ी बात होती है। आदमपुर जैसे क्षेत्र में आम आदमी पार्टी को प्रत्येक बूथ पर वोट मिलना भविष्य के लिए एक अच्छा और सुखद संदेश माना जा सकता है।

अब बात करते हैं इनेलो की। इनेलो इस उपचुनाव में कोई विशेष प्रदर्शन करते हुए नजर नहीं आ रही। पार्टी के पुराने कार्यकर्ता ही अब दूरी बनाते नजर आ रहे हैं। पार्टी के गढ़ कहे जाने वाले गांवों में भी इस बार इनेलो को उतने वोट मिलते नजर नहीं आ रहे—जितने उसे पीछे मिलते रहे हैं। ऐसे में पार्टी उम्मीदवार किसी भी गांव में बढ़त लिए हुए फिलहाल नजर नहीं आ रहे। इनेलो का प्रदर्शन 2014 के बाद से ही आदमपुर विधानसभा में अच्छा नहीं रहा है। इस बार भी पार्टी से कोई विशेष उम्मीद नहीं की जा सकती।

वहीं अब बात आती है कांग्रेस पार्टी की। आदमपुर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश का चुनाव काफी गति पकड़े हुए है। जयप्रकाश को कई गांवों में बढ़त भी मिली हुई है। इनेलो और जेजेपी से जुड़े बहुत से मतदाता अब एकजुट होकर जयप्रकाश के समर्थन में आ गए है। इसके अलावा चौधरी भजनलाल के विरोधी रहे मतदाता भी इस बार एकजुट होकर जयप्रकाश के समर्थन आ चुके हैं। कुलदीप बिश्नोई के साथ रहे प्रदीप बैनिवाल अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस के पक्ष प्रचार में लगे हुए है। कांग्रेस को इस समय दड़ौली, चूली बा​गड़ियान, चूली कलां, चूली खुर्द, कालीरावण, फ्रांसी, बुड़ाक, बांडाहेड़ी, सुंडावास में बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है। वहीं बालसम्बंध सहित एक दर्जन गांवों में मुकाबला टफ करती हुई नजर आ रही है। आदमपुर हलके कांग्रेस ही सीधे मुकाबले में बनी हुई है।

वहीं आदमपुर हलके में 1991 से कमल को खिलाने की कोशिश में जुटी भाजपा के लिए यहां काफी राहत भरी बात है। आदमपुर हलके में इस समय भारतीय जनता पार्टी 33 गांवों में बढ़त मिली हुई है। सदलपुर, आदमपुर शहर, जवाहर नगर, आदमपुर गांव, सीसवाल जैसे बड़े क्षेत्रों में भाजपा को बड़ी बढ़त मिलती हुई नजर आ रही है। वहीं बालसम्बंध सहित एक दर्जन गांवों में भाजपा काफी कड़े मुकाबले में है। चुनाव से ठीक पहले इस प्रकार के सर्वे के सामने आने से भाजपा को एक बड़ी बढ़त की मिलती हुई दिखाई दे रही है। 31 ​अक्टूबर को बालसम्बंध में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पहली बार उपचुनाव में भाजपा के पक्ष में वोट मांगने आ रहे हैं। वहीं 1 नवम्बर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आदमपुर में जनसभा को सम्बोधित करने वाले हैं। ऐसे में आने वाले समय में यहां पर चुनाव में कुछ और फेरबदल भी देखने को मिल सकते हैं।

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