वडोदरा,
विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि वह 24 जून को एक नई पार्टी लेकर आएंगे। तोगड़िया ने मोदी सरकार की आलोचना की और उसपर वादों से मुकरने और लोगों की आकांक्षाएं पूरी नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने मोदी सरकार के प्रदर्शन को ‘माइनस 25 परसेंट’ बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री की विदेश नीति को “खराब ’’ बताया। तोगड़िया ने कहा कि “बड़े सपने बेचना काफी नहीं है। ” साथ ही कहा कि राष्ट्र निर्माण, “कार्यों की सच्चाई पर निर्भर होती है जो जमीनी स्तर पर नजर आनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा से जुड़े कई लोग मोदी सरकार से “नाराज” और “चकित” हैं क्योंकि वह ‘‘वैचारिक, समाजिक-राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर कुछ करती हुई नहीं दिख रही और कुछ मामलों में बात से पलटते हुए भी नजर आई है।”
मैं अब VHP में नहीं हूं: प्रवीण तोगड़िया
आपको बता दें कि पिछले तीन दशक से ज्यादा समय से विश्व हिंदू परिषद (विहिप) से जुड़े रहे प्रवीण तोगड़िया ने 15 अप्रैल को संगठन छोड़ने की घोषणा की थी। दिसंबर 2011 से विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर रहे तोगड़िया ने एक प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा उस वक्त की थी जब विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए उनके उम्मीदवार को वोटिंग में हार का सामना करना पड़ा था। विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए पांच दशकों में पहली बार चुनाव कराए गए थे।
तोगड़िया ने कहा था कि, ‘‘मैं अब विहिप में नहीं हूं। मैं 32 साल तक इसमें था। हिंदुओं के कल्याण के लिए मैंने अपना घर छोड़ा और अच्छी – खासी मेडिकल प्रैक्टिस छोड़ी। ‘हिंदू पहले’ मेरी जिंदगी का मिशन है और मंगलवार से मैं अहमदाबाद में अनिश्चितकालीन अनशन करूंगा ताकि हिंदुओं की लंबे समय से लंबित मांगें पूरी की जा सके।’
लगातार कर रहे थे बीजेपी की मुखालफत
प्रवीण तोगड़िया लंबे अर्से से बीजेपी और केंद्र सरकार की मुखालफत कर रहे थे। अभी चंद दिन पहले ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि वह राम मंदिर के लिए “कमजोर आंदोलन” शुरू कर सकती है , ताकि दूसरे दलों को ” हिंदुत्व विरोधी ” बताकर बहुसंख्यक मत अपने पक्ष में किया जा सके। तोगड़िया ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने संसद में बहुमत हासिल करने के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने के लिए कानून बनाने के 1989 के अपने पालमपुर प्रस्ताव पर पलटी मार ली है। तोगड़िया ने कहा कि न तो कोई विकास हुआ और न ही सरकार ने पिछले चार वर्षों में राम मंदिर का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि सरकार सभी मोर्चों पर असफल हो गई है।