नई दिल्ली,
भारतीय रेलवे अपनी स्वच्छता नीति (सेनेटरी पॉलिसी) के तहत रेलवे स्टेशनों पर कियोस्क लगाकर कॉन्डम बेचने की योजना बना रहा है। इसकी कीमत मात्र एक रुपये होगी। कम कीमत पर सुरक्षा प्रदान करने के अलावा रेलवे स्टेशनों के परिसर में प्रस्तावित नए कियोस्क सेनेटरी पैड भी बेचेंगे।
रेलवे मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘प्रत्येक स्टेशन पर नए शौचालयों के साथ दो जगह ऐसी सुविधाएं होंगी। एक स्टेशन के बाहर के क्षेत्र में और दूसरा स्टेशन के अंदर। इससे स्टेशन आने वाले लोग और स्टेशन के आसपास रहने वाले लोग इसका आसानी से लाभ उठा सकेंगे।’
इस योजना के अनुसार, रेलवे सभी 8,500 स्टेशनों पर शौचालयों के निर्माण के लिए कंपनियों को जोड़ने की योजना बना रहा है। इनका उपयोग मासिक धर्म स्वच्छता और गर्भ निरोधकों के उपयोग के बारे में जागरुकता के लिए भी किया जाएगा। इस परियोजना में 800 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है, जो कॉरपोरेट्स के माध्यम से होगा।
रेलवे मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ‘हम स्टेशनों पर सफाई के स्तर में सुधार करने और लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए काम कर रहे हैं। नई स्वच्छता नीति के तहत लोगों खासकर समाज के वंचित वर्ग तक शौचालयों की पहुंच, महिलाओं के बीच मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरुकता और पुरुषों के बीच गर्भ निरोधक का उपयोग करने के महत्व को बताने के लिए सरकार भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे का उपयोग करना चाहती है।’
मंत्रालय 2013 के कंपनी अधिनियम के सीएसआर कानून के तहत स्टेशनों पर इस परियोजना के लिए फंडिंग को लेकर कुछ कॉरपोरेट्स के साथ बात कर रहा है। अधिकारी ने बताया, ‘जैसा कि प्रस्ताविक है रेलवे मासिक धर्म स्वच्छता और गर्भ निरोधक के उपयोग के लिए जागरुकता पैदा करेगा। हम गर्भनिरोधक और मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों को सबसे कम कीमत पर प्रदान करना चाहते हैं।’ प्रस्तावित नीति को जल्द ही रेल बोर्ड से मंजूरी मिलने की संभावना है और तीन महीने के भीतर इसका कार्यान्वयन शुरू हो जाएगा।