देहरादून,
एक स्कूल में दसवीं की छात्रा के साथ हॉस्टल में गैंग रेप किए जाने का शर्मनाक मामला सामने आया है। जिन आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, वे सभी नाबालिग बताए जा रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि इस मामले को स्कूल प्रशासन दबाए बैठा रहा। जानकारी होने पर भी इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई। मामले का खुलासा लड़की के गर्भवती हो जाने पर हुआ।
उत्तरकाशी में बीते माह नाबालिग बच्ची से दरिंदगी और हत्या के मामले में लोगों का गुस्सा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तरकाशी से ही सटे देहरादून में नाबालिग छात्रा से गैंग रेप का मामला सामने आ गया। मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने स्कूल के निदेशक सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
जिनमें गैंगरेप के 4 आरोपी शामिल हैं। उन सभी को ज्वेनाइल कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने घटना की जानकारी पीड़िता के परिजन को दे दी। परिजनों ने चारों नाबालिग आरोपियों के खिलाफ गैंग रेप और पॉस्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। स्कूल के निदेशक सहित पांच लोगों पर साक्ष्य छिपाने की धारा भी लगाई गई है।
इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने अपनी टीम के साथ पीड़िता से मुलाकाता की। साथ ही मामले को दबाने की कोशिश करने के लिए कालेज प्रशासन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की बात कही। गिरफ्तार स्कूल निदेशक ने खुद को बेकसूर बताया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।