फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
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किसानों के गांव बंद के नाम पर ‘गुंड़ागर्दी’ करने वाले असमाजिक तत्वों की तस्वीरें भी सामने आने लगी है। फतेहाबाद शहर में कथित किसानों के एक गुट ने एक डेयरी पर हमला करके दो भाईयों को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद लोगों में पुलिस प्रशासन और गुंड़ागर्दी करने वाले इन युवकों के खिलाफ रोष देखने को मिल रहा है। घटना के संज्ञान में आते ही पुलिस ने 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
जानकारी के मुताबिक, किसानों द्वारा 1 जून से 10 जून तक गांव बंद आंदोलन की आड़ में कुछ युवक सुबह शहर की दूध डेयरियों को जबरन बंद करवा रहे थे। डेयरी संचालक संदीप कुमार ने बताया कि सुबह कुछ युवक उनके पास आए और आज से किसी भी दूधवाले से गांव का दूध न लेने की चेतावनी दी और उनका शटर गिराकर चले गए।
संदीप कुमार ने बताया कि उसकी पास खुद की 150 भैंसे है और वो अपने भाई के साथ मिलकर उनका दूध बेचते है। सुबह जब वे दूध बेच रहे थे तो चेतावनी देने वाले युवक दोबारा आए और मारपिटाई करने लगे। दोनों भाईयों के साथ मारपीट करने के बाद वे धमकी देते हुए मौके से चले गए। संदीप कुमार का कहना है कि किसानों ने गांव बंद का ऐलान किया है। इस दौरान गांव से दूध लेने पर मना है लेकिन वे तो किसी गांव से दूध ला ही नहीं रहे और ना ही किसी दूधवाले से दूध खरीद रहे है। वे केवल अपनी भैंसों का दूध बेच रहे है।
ऐसे में उनकी डेयरी पर आकर मारपीट करके धमकी देना और जबरन डेयरी को बंद करना सरेआम गुंड़ागर्दी है। प्रशासन को ऐसे असमाजिक तत्वों पर लगाम कसनी चाहिए। वहीं डेयरी के आसपास के लोगों ने भी घटना पर रोष जाहिर करते हुए शहर में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि जबरन बंद करवाना और मारपीट करना किसी आंदोलन का हिस्सा नहीं है बल्कि यह केवल समाज में खौफ पैदा करने की साजिश है। ऐसे गुंड़ा तत्वों पर पुलिस प्रशासन नकेल डाले और उनको गिरफ्तार कर शहरवासियों को सुरक्षा प्रदान करे।
वहीं डीएसपी जगदीश काजला ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। मारपीट मामले के संज्ञान में आते ही पुलिस ने आरोपियों की तलाश आरंभ की और फुटेज के आधार पर दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस की एक टीम शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए बनगांव में छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जायेगा।