ऐलनाबाद,
https://youtu.be/vaoKNN8hUrY
कभी—कभी राजनेताओं को राजनीतिक रोटियां सेंकना भारी पड़ जाता है और उनके मूंह का ऐसा जायका बिगड़ जाता है कि वो ना तो निवाला अंदर गटक सकते है और ना ही बाहर थूक सकते है। ऐसा ही एक वाक्या कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक तंवर के साथ गांव जमाल में साइकिल यात्रा के चौथे दिन घटित हुआ।
हुआ यूं कि डा. अशोक तंवर साइकिल यात्रा के चौथे दिन गांव जमाल से घुम रहे थे तो उनकी नजर ‘गांव बंद आंदोलन’ को लेकर धरने पर बैठे किसानों पर पड़ी। राजनीति करने का अच्छा अवसर समझकर डा. अशोक तंवर गले में फूलों की माला और पर पगड़ी लगाकर पहुंच गए किसानों के बीच।
डा. तंवर ने जाते ही घुटनों के बल बैठकर किसानों को प्रणाम किया और बोले मेरे लायक कोई काम हो तो बताए…इतना सुनते ही धरने पर बैठे किसान चिढ़ गए। किसान जगत बैनिवाल ने डा.तंवर से पूछ लिया 5 साल तक आप सत्ता में सांसद रहे—तब आपने क्या किया। स्वामी नाथन की रिपोर्ट पर तब क्यों चुप रहे?? डा. तंवर बोल—अकेला आदमी क्या करता..इस पर अजय बैनिवाल सहित कई किसानों ने डा. तंवर पर सवालों की झड़ी लगा दी।
गलत जगह स्वयं की इंट्री को पाकर डा. अशोक तंवर धरने स्थल से उठे और चलते बने। किसान उनके उठने के बाद भी सवाल पूछते रहे, लेकिन तंवर ने पलटकर उनकी तरफ देखा भी नहीं। इतना कुछ होने के बाद डा. अशोक तंवर की असली किरकिरी तो उस समय हुई जब इस सबकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। अब प्रदेशभर के लोग डा. तवंर के खराब हुए जायके को लेकर चुटकियां ले रहे है।