फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
किसानों की गांव बन्द के बाद अब आम जनता की परेशानी वाली एक और खबर है। हरियाणा मैडीकल लैबोरेट्री टैक्निशयन वैलफेयर एसोसिएशन (हैमलटा) द्वारा अपनी मांगों को लेकर व लैब रिपोर्ट पर एम.बी.बी.एस.डाक्टर के काऊंटर साइन करवाने की थोपी गई शर्त को लेकर प्रदेश केे सभी लैब संचालक आज (5 जून) से हड़ताल पर चले गए हैं।
हरियाणा में की जा रही इस हड़ताल को राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल राज्य सहित देश के कई राज्य समर्थन कर रहे हैं। इन सभी राज्यों में भी लैबोरेट्री बन्द रखकर समर्थन किया जा रहा है। फतेहाबाद में सरकारी अस्पताल के सामने लेबोरेट्री संचालक धरना लगाकर बैठे हैं और आज से अनिश्चितकालीन समय के लिये सभी लेबोरेट्री बन्द कर दी गई हैं। एसोसिएशन के स्टेट वाईस प्रेजिडेंट राजीव सेतिया ने बताया कि प्रदेश में चल रही सभी लैबमें कार्य बंद रखा गया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा द्वारा की जा रही स्ट्राईक में राजस्थान, छतीसगड़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित पूराभारत हैमलटा के समर्थन में अपने-अपने राज्यों में अपनी लैबबंद कर हरियाणा का समर्थन कर रहे हैं।
सेतिया ने बताया कि लैब रिपोर्ट पर एम.बी.बी.एस.डाक्टर के काऊंटर साइन करवाने के तुगलकी फरमान से हम सभी परेशान हैं। सरकार को बार-बार फैसला वापिस लेने व लैबोरेट्री संचालन के लिए अलग से कौंसिल बनाने की मांगकी गई लेकिन सरकार ने आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया। सभी लैब संचालक जिला स्तर पर शातिंपूर्वक प्रदर्शन शुरू कर चुके हैं।
इस दौरान अगर सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो पूरे देश के लैब संचालक पंचकुला कूच करेंगे और जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती शातिंपूर्वक तरीके से उनकाविरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी लैब संचालक एसोसिएशन के बैनर तले एकजूट हैं। कोई भी लैब संचालक एम.बी.बी.एस.डाक्टर को हायर नहीं करेगा।
यह हड़ताल तब तक समाप्त नहीं होगी जब तक डी.एम.ली.टी. को उनके अधिकार वापिस नहीं मिल जाते। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सरकारी फरमान से लाखों लोग बेरोजगार होने के कगार पर पहुंच चुके हैं लेकिन सरकार कारपोरेट घरानों के हाथों में खेल रही है।