नई दिल्ली,
चीन में आज से शुरू हो रहे दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश के पूर्ण सदस्य के तौर पर समूह की पहली बैठक में वह भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को लेकर रोमांचित हैं।
मोदी आज चिंगदाओ में एससीओ शिखर सम्मेलन के इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे। इस बैठक में दोनों नेता करीब एक महीने पहले वुहान में हुई अनौपचारिक बैठक में लिये गए निर्णयों के क्रियान्वयन का जायजा लेंगे। पीएम मोदी दिल्ली से रवाना हो गए हैं।
Prime Minister Narendra Modi departs for China's Qingdao to attend the 18th Shanghai Cooperation Organisation (SCO) summit
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— ANI Digital (@ani_digital) June 9, 2018
मोदी ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि एक पूर्ण सदस्य के तौर पर परिषद की हमारी पहली बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने को लेकर रोमांचित हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि नौ और 10 जून को एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मैं चीन के चिंगदाओ में रहूंगा। एक पूर्ण सदस्य के तौर पर भारत के लिए यह पहला एससीओ शिखर सम्मेलन होगा। एससीओ देशों के नेताओं के साथ बातचीत होगी और उनके साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे।
शिखर सम्मेलन में विभिन्न मुद्दों पर चर्चाएं होंगी जिनमें आतंकवाद से मुकाबला, अलगाववाद और अतिवाद से लेकर संपर्क में सहयोग को बढ़ावा देना, वाणिज्य, सीमा शुल्क, विधि, स्वास्थ्य और कृषि, पर्यावरण संरक्षण, आपदा जाखिम कम करना और लोगों के बीच संबंध को मजबूती प्रदान करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि एससीओ का पूर्ण सदस्य बनने के बाद पिछले एक वर्ष में इन क्षेत्रों में संगठन और उसके सदस्यों के साथ हमारा संवाद खासा बढ़ा है। मेरा मानना है कि चिंगदाओ शिखर सम्मेलन एससीओ एजेंडा को और समृद्ध करेगा और एससीओ के साथ भारत के सम्पर्क की एक नई शुरुआत होगी।
2001 में स्थापित SCO में वर्तमान में आठ सदस्य हैं जिनमें भारत, कजाखिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। भारत और पाकिस्तान को पिछले वर्ष एससीओ में शामिल किया गया था।
मोदी ने कहा कि भारत का एससीओ के सदस्य देशों के साथ गहरी मित्रता और बहुआयामी संबंध हैं। एससीओ शिखर सम्मेलन के इतर मुझे अन्य कई नेताओं के साथ मुलाकात करने और विचार साझा करने का मौका मिलेगा जिनमें एससीओ के सदस्य देशों के कई राष्ट्र प्रमुख शामिल होंगे।