नई दिल्ली,
दुनिया में निजी संपत्ति 2017 में बढ़कर 201.9 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। 2016 के मुकाबले इसमें 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की रिपोर्ट में कहा गया है कि शेयर बाजार में उछाल से अरबपतियों की संपत्ति में लगातार इजाफा हो रहा है। इससे करोड़पति और अरबपति उद्योगपतियों के पास दुनिया की आधी निजी संपत्ति है। 2012 में यह आंकड़ा 45 फीसदी था। रिपोर्ट में कहा गया है कि करोड़पति और अरबपति की संख्या में इजाफे का मतलब यह कतई नहीं है कि गरीब और गरीब हो रहा है, यानि रिपोर्ट के मायने हैं कि हर व्यक्ति अमीर हो रहा है। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमीरों की संपत्ति बढ़ने की गति अन्य के मुकाबले तेज है।
चीन अमेरिका से एक पायदान पीछे
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक बीते वर्ष जारी रिपोर्ट में चीन में सबसे ज्यादा अरबपति निकले थे। लेकिन अब वह खिसक कर दूसरे पायदान पर आ गया है। उसने जापान से पहला पायदान छीना था। चीन अमेरिका से इस मामले में पीछे है। रिपोर्ट तैयार करने वाली एना जेकरेवस्की ने बताया कि चीन इस मामले में पांच साल में और तरक्की करेगा। वहां अमेरिका से 4 गुना ज्यादा अमीर होंगे। वैश्विक संपत्ति सृजन 7 फीसदी रहा है। मुद्रा एप्रीसिएशन से सबसे ज्यादा फायदे में पश्चिम यूरोप रहा, जहां इस मामले में 15 फीसदी का इजाफा हुआ।
ईस्टर्न यूरोप और सेंट्रल एशिया में वेल्थ में सबसे ज्यादा इजाफा
ईस्टर्न यूरोप और सेंट्रल एशिया में अरपतियों की संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। ब्लूमबर्ग बिलिनएयर इंडेक्स में शामिल 28 ईस्टर्न यूरोपियंस में की कुल नेट वर्थ 294 अरब डॉलर आंकी गई। इसमें 2018 में 3.4 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। निवेश फंडों और इक्विटी में लगा धन सबसे ज्यादा बढ़ा है जबकि बांड में खास बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली है।