हिसार

आदमपुर में आने से पहले पिछली घोषणाओं को पूरा करे मुख्यमंत्री—रेणुका बिश्नोई

आदमपुर (अग्रवाल)
रेनुका बिश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री को क्षेत्र में आने से पूर्व यहां की गई घोषणाओं को पूरा करना चाहिए। उन्होंने स्वयं आदमपुर में विकास के लिए 180 करोड़ रूपए की विकास परियोजनाओं की घोषणा की थी, जिनमें 50 करोड़ रूपए आदमपुर क्षेत्र में नहरी सिंचाई व पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने, बालसमंद व आदमपुर में महिला कॉलेज बनाए जाने, बुढ़ाक में आयुर्वेदिक अस्पताल बनाने, आदमपुर में नए वाटर टैंक बनाने, ढंढूर में बूस्टिंग स्टेशन सहित अनेक विकास की घोषणाएं की थी, जिनमें से ज्यादातर पर तो अभी तक काम भी शुरू नहीं हुआ।

झूठी घोषणाओं, खोखले दावों तथा अनाप-शनाप प्रचार से प्रदेश का विकास होने वाला नहीं है। राज्य की जनता भाजपा की असलियत को भली भांति पहचान चुकी है और आगामी चुनावों में भाजपा का प्रदेश से सुपड़ा साफ होगा। विधायक ने कहा कि बीड़ क्षेत्र के पांच गांवों के ग्रामीणों को मालिकाना हक देने, नहरों में महीने में दो सप्ताह पानी छोडऩे, हलके के स्कूलों को अपग्रेड करने, सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त स्वाथ्य सेवाएं देने, आदमपुर के साथ हो रहे भेदभाव को देखते हुए यहां विशेष पैकेज देने की बात हो या फिर हलके के विकास से जुड़ी अन्य मांगों को को कुलदीप बिश्नोई एक जनप्रतिनिधि के तौर पर विधानसभा के अंदर जहां पुरजोर ढंग से आदमपुर की आवाज निरंतर बुलंद की, वहीं मुख्यमंत्री, मंत्रियों, अधिकारियों से लगातार पत्राचार के माध्यम से वे हलकावासियों से जुड़ी हर छोटी से छोटी मांगों को निरंतर उठाते रहते हैं, परंतु भाजपा ने आदमपुर के साथ भेदभाव का नजरिया नहीं बदला।

वे शुक्रवार को हलके के आधा दर्जन गांवों में जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों से बातचीत कर रही थी। इस दौरान उन्होंने बूथ स्तर तक पार्टी की और ज्यादा मजबूती के लिए कार्यकत्र्ताओं के साथ रणनीति बनाई तथा उनसे सुझाव भी मांगे। रेनुका ने कहा कि आदमपुर एवं भजनलाल परिवार एक दूसरे की पहचान है और यह पहचान पिछले 60 वर्षों से है तथा हमेशा रहेगी। चौ. भजनलाल के मुख्यमंत्रीतत्व काल में जो आदमपुर का स्वर्णिम दौर था, उस दौर को वापिस लाने के लिए कुलदीप बिश्नोई निरंतर संघर्षरत हैं और उनका संघर्ष 2019 में अवश्य रंग लाएगा।

विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विधानसभा क्षेत्र करनाल के लोगों को भी इस सरकार में अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है, मंत्रियों के हलकों में लोगों को पीने का स्वच्छ पेयजल तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा, किसान, कर्मचारी, व्यापारी पिछले 4 सालों से आंदोलनरत हैं, उसके बावजूद भाजपा नेता अगर विकास की बात करते हैं तो यह प्रदेश की जनता के साथ मजाक नहीं तो और क्या है। रेनुका बिश्नोई ने कहा कि आज एसवाईएल के नाम पर ड्रामेबाजी करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकनी की कोशिश कर रहे हैं, असल मायने में वही लोग एसवाईएल का पानी न आने के लिए जिम्मेवार हैं।

अपने 6 साल के शासनकाल में एक बार भी अपने पगड़ी बदल भाई बादल परिवार से पानी न मांगने वाले, राजीव-लौंगोवाल समझौते में रोढ़ा अटकाने वाले, एसवाईएल के पानी को रोकने वाले बादल को हरियाणा में बुलाकर पगड़ी पहनाने वालों के झांसे में न तो प्रदेश का किसान वर्ग आएगा और न ही प्रदेश की जनता। उन्होंने कहा कि एसवाईएल के लिए अगर किसी ने सही मायने में संजीदगी दिखाई थी तो चौ. भजनलाल ने और आगे कोई एसवाईएल ला सकता है तो कुलदीप बिश्नोई व कांग्रेस पार्टी।

इस दौरान रणधीर सिंह पनिहार, संजय गौतम, जयवीर गिल, मानसिंह चेयरमैन, हवासिंह पूनियां, रमेश खिचड़, कृष्ण सेठी, संदीप ज्याणी, सुधीर काकड़, कुलदीप यादव, रोहताश गावड़, विकास फुरसानी, भगत सिंह लोरा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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