रायगढ़,
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में एक महिला पर खाने में जहर मिलाकर 5 रिश्तेदारों को मारने का आरोप है। पुलिस ने 23 साल की आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने अपने ‘काले रंग’ के चलते मिलने वाले तानों की वजह से इसे अंजाम दिया।
Raigad: Woman arrested & charged w/attempted murder for mixing pesticide in food served at party hosted by her relative in Mahad village. Police say she confessed to doing it because of family disputes.120 people fell ill & 5 died after eating at the party on Monday. #Maharashtra pic.twitter.com/Cq4NwiBsml
— ANI (@ANI) June 23, 2018
बता दें कि 18 जून को रायगढ़ जिले के महाड गांव में विषाक्त भोजन खाने से 5 लोगों की मौत हो गई। इसमें 4 बच्चों के अलावा एक 53 वर्षीय शख्स भी शामिल था। आरोपी प्रदन्य उर्फ ज्योति सर्वासे ने पुलिस को बताया कि उसी ने कार्यक्रम के दौरान लंच में कीटनाशक मिलाया था जो उसके एक रिश्तेदार सुभाष माने द्वारा आयोजित किया गया था। महिला ने बताया कि वह पिछले दो साल से अपने काले रंग के लिए ससुराल वालों से ताने सुनती आई है इसलिए वह अपने पति, सास और ननद को मारना चाहती थी।
5 की मौत, 120 बीमार
18 जून को यह घटना सुभाष माने के नए घर में हुई, उन्होंने महाड गांव में अपने नए घर के लिए वास्तु-शांति पूजा रखी थी और फिर भंडारा कराया था। भंडारे का प्रसाद खाने के बाद कई लोगों ने पेट में दर्द की शिकायत की और फिर अचानक उल्टी करने लगे। उन्हें पास के निजी क्लिनिक और अस्पताल ले जाया गया। फूड पॉयजनिंग के चलते 5 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 120 लोग बीमार पड़ गए।
दाल में मिलाया था कीटनाशक
ज्योति की सास सुभाष की साली भी हैं। आरोपी महिला ने बताया कि उसके ससुराल वालों और सुभाष माने ने लातूर में उसके बारे में अफवाहें भी फैलाई थी। रायगढ़ एसपी अनिल परासकर ने बताया, ‘आरोपी को घर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने ससुराल वालों और सुभाष को खत्म करने का मौका मिल गया था। वह उन चार रिश्तेदारों में से एक थी जिसने पूजा वाले दिन मेहमानों को भोजन परोसा था। उसने एक बाल्टी में दाल उड़ेलकर उसमें कीटनाशक मिला दिया। इसके बाद उसने अपनी दोनों ननद, सुभाष की पत्नी और बेटी को दाल परोसी थी। वह अपने पति, सास और सुभाष माने को दाल नहीं परोस पाई क्योंकि वह पहले ही खाना खा चुके थे।’