फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
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राहगिरी कार्यक्रम में पहुंचे सीएम मनोहर लाल खट्टर से मिलने के लिए कई शिकायतकर्ता परेशान दिखे.. गिड़गिड़ाते दिखे.. लेकिन CM सब कुछ अनदेखा कर निकल गए। दरअसल, राहगिरी कार्यक्रम के दौरान स्टेज के पास काफी शिकायतकर्ता अपनी परेशानियां लेकर CM से मिलने के लिए पहुंचे और स्टेज पर ही CM से मिलने के लिए जिद्द करने लगे लेकिन स्टेज से उतरते हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सभी शिकायतकर्ताओं को रेस्ट हाउस पहुंचने के लिए कहा और वहां शिकायत सुनने का आश्वासन दिया। CM के पीछे-पीछे सभी शिकायतकर्ता रेस्ट हाउस पहुंचे लेकिन यहां CM सिक्योरिटी के जवानों और फतेहाबाद के स्थानीय पुलिस के कर्मचारियों ने शिकायतकर्ताओं को CM से नहीं मिलने दिया।
CM से मिलने पहुंचे शिकायतकर्ताओं ने कहा कि सीएम ने उन्हें मिलने के लिए रेस्ट हाउस में बुलाया है लेकिन इसके बावजूद भी मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें CM से नहीं मिलने दिया। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए शिकायतकर्ताओं में शामिल शिकायतकर्ता ने किसान ने बताया कि उसका पॉलीफार्म है और उसने पॉलीफॉर्म के लिए सब्सिडी पर नेट लिया था। किसान का आरोप है कि नेट गारंटी से पहले ही फट गया और जब उसने इस बारे में संबंधित विभाग के पास शिकायत दर्ज करवाई तो अधिकारियों ने उसे यह कह कर रहा देने से मना कर दिया कि नेट लगाने वाली कंपनी हरियाणा के कृषि मंत्री के रिश्तेदार की है और वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर सकते। किसान ने बताया कि वह इस मामले में CM से मिलकर कार्रवाई चाहता था लेकिन उसकी शिकायत नहीं ली गई और ना ही पुलिस कर्मियों ने उसे CM से मिलने दिया।
उधर एक महिला मौके पर पुलिस कर्मचारियों को यह कहते हुए CM को कोसती रही कि CM बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं लेकिन बेटियों की ही बात सुनने को तैयार नहीं है। इस महिला के पास ही खड़ा एक व्यक्ति फाइनेसरों से तंग होकर अपने बेटे की मौत के मामले की जांच की मांग के लिए शिकायत सीएम को देने पहुंचा लेकिन चलते हुए सीएम ने यह शिकायत बिना कोई बात सुने आईजी को दे दी। रेस्ट हाउस में CM की मौजूदगी के दौरान वह सिक्योरिटी के सामने शिकायतकर्ता काफी देर तक गिड़गिड़ाते रहे और जब CM फतेहाबाद से रवाना होने के लिए रेस्ट हाउस से निकले तो CM भी एकाध शिकायत हाथ में पकड़ने के बाद अन्य सभी शिकायतकर्ताओं को अनदेखा करते हुए मौके से निकल गए।
हालांकि CM के रेस्ट हाउस से निकलने के दौरान काफी शिकायतकर्ता किसी भी तरह गाड़ी के पीछे दौड़ कर अपनी शिकायत देने की कोशिश करते दिखे लेकिन सारी उम्मीदें धरी की धरी रह गई। CM से मिलकर अपनी शिकायत नहीं बता पाने वाले दर्जनों शिकायतकर्ता अब सरकार से यह सवाल कर रहे हैं कि ऐसा CM और सरकार हमारे किस काम की।