हिसार,
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आदमपुर में भरी जनसभा कुलदीप बिश्नोई को निशाने पर लेने के लिए बहुत बड़े झूठ का सहारा लिया—यह चर्चा अब सोशल मीडिया पर चल रही है। सीएम ने आदमपुर में 3 गांवों में आयोजित जनसभा में कहा था कि कुलदीप बिश्नोई ने चौ.भजनलाल को सीएम बनाने के बीजेपी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और स्वयं को मुख्यमंत्री घोषित करने पर अड़ गए थे।
उनके बयान पर कुलदीप बिश्नोई ने तो अभी तक कोई जवाब नहीं दिया लेकिन उनके बड़े भाई और सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्र मोहन ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सीएम को उन्हीं भाषा में जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पहले अपना इतिहास व सामान्य ज्ञान ठीक करें,फिर बोलें। उन्होंने कहा कि भजनलाल जी की मृत्यु 2011में हो चुकी थी, तब तक बीजपी से हजकां का कोई गठबंधन नहीं हुआ था।
चंद्रमोहन ने कहा कि हजकां-भाजपा गठबंधन 2012 में हुआ था। मुख्यमंत्री जनता को गुमराह करने के लिए झूठे बयान न दे तो अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि कुलदीप बिश्नोई लोकसभा के सदस्य रहे है और विधानसभा के सदस्य है, ऐसे में उनको लेकर जनता को गुमराह करने के लिए सीएम को गलत बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
वहीं सोशल मीडिया में सीएम के बयानों की जमकर खिल्ली उड़ाई जा रही है। सोशल मीडिया पर भाजपा को झूठ के बल पर राजनीति करने वाला करार दिया जा रहा है। यूजर बता रहे है कि चौ.भजनलाल के निधन पर आए नितिन गड़करी ने हजकां से गठबंधन की घोषणा करते हुए कुलदीप बिश्नोई को सीएम घोषित किया था। वहीं कुछ यूजर का कहना है कि मुख्यमंत्री जैसे पद पर आसीन आदमी को इतना बड़ा झूठ नहीं बोलना चाहिए। वहीं कुछ का कहना है कि कुलदीप बिश्नोई के बारे में आदमपुर की जनता बेहतर जानती है—किचड़ उछालने से पहले सीएम को ये भी बताना चाहिए कि भाजपा से कुलदीप बिश्नोई ने किन परिस्थितयों में गठबंधन तोड़ा था।