हिसार,
शुक्रवार की रात 12 बजे के बाद देशभर में लागू होने वाले जीएसटी के विरोध में होलसेल क्लॉथ मार्केट के दुकानदारों द्वारा पूर्व निर्धारित 27 से 29 तक हड़ताल का फैसला अडिग रखा है। मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि देश में आजादी के 70 साल में पहली बार किसी सरकार ने कपड़े को टैक्स के दायरे में लाई है। होलसेल क्लॉथ मार्केट एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि जीएसटी काउंसिल में कपड़ा व्यापारियों, उनसे जुड़े कर्मचारियों व उनके परिवार और जनता पर पडऩे वाले बुरे प्रभाव को रोकने के लिए पुनर्विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा जीएसटी के दायरे में कपड़ा व्यापारी को लेने से देशभर का व्यापारी नाराज है। एसोसिएशन से जुड़े दुकानदारों ने बताया कि कपड़े में एक हजार रुपए तक 5 रुपए और इससे ऊपर 12 रुपए का जीएसटी लगेगा, जिसका बोझ सीधे तौर पर आम नागरिक पर ही पड़ेगा। व्यापारी अपने प्रोडक्ट को निश्चित रूप में महंगा करने को मजबूर होगा। इसी के विरोध में कल से तीन दिन के लिए पूरे देश का कपड़ा व्यापारी हड़ताल पर रहेगा। व्यापारियों ने बताया कि हिसार जिले की बात करें तो होलसेल क्लॉथ मार्केट में एक दिन में 20 लाख रुपए से अधिक का व्यापार होता है और इस तीन की हड़ताल से व्यापारियों को करीबन 60 लाख रुपए का नुकसान होने की उम्मीद है।
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