हिसार,
भारी भरकम इन्हासमेंट के खिलाफ तथा इसकी दोबारा गणना करवाने की मांग पर चल रहे आंदोलन के तहत सेक्टरवासियों का क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। क्रमिक अनशन के दौरान सेक्टरवासियों ने हुडा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार से अपील की कि वह गलत इन्हासमेंट लगाने वाले अधिकारियों को बचाने की बजाय सेक्टरवासियों की बात सुनें।
क्रमिक अनशन के दूसरे दिन कैप्टन आरपी गुहानी, आरपी सोनी, चन्द्र सिंह कटारिया, सत्यनारायण गोयल, इन्द्र कुमार, कृष्ण चंद छाबड़ा व सेवा सिंह जांगड़ा बैठे। इसके अलावा सैंकड़ों सेक्टरवासी इनके समर्थन में डटे रहे और सरकार से मांग की कि इन्हासमेंट की दोबारा गणना करवाई जाए।
समाजसेवी हरज्ञान सिंह ख्यालिया व कैप्टन राजबीर सिंह फोगाट सहित अनेक ने मौके पर पहुंचकर आंदोलनकारियों व अनशनकारियों का समर्थन किया। सभी ने इन्हासमेंट के खिलाफ चल रहे आंदोलन को जायज बताते हुए सरकार से मांग की कि वह संवेदनहीन बनने की बजाय संवेदनशीलता का परिचय दें और सेक्टरवासियों की जायज मांग मांगे। सेक्टरवासियों की मांग केवल दोबारा गणना की है और यदि दोबारा गणना करवाने के बाद उनकी तरफ कोई पैसा बनता है तो वह सरकार भरवा ले लेकिन हिसाब तो दोनों तरफ से सही होना चाहिए।
इस अवसर पर सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि सरकार की चुप्पी यह साबित कर रही है कि वह भ्रष्ट व मनमानी करने वाले अधिकारियों के दबाव में हैं। कुशल व पारदर्शी प्रशासन देने का दावा करने वाली सरकार को चाहिए कि वह ऐसे दावे करने से पूर्व इसे हकीकत में अमलीजामा पहनाएं। यदि हुडा विभाग के अधिकारियों ने इन्हासमेंट लगाने के नाम पर इतना बड़ा गड़बड़झाला किया है और लंबे आंदोलन के बावजूद सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है तो इससे यही साबित होता है कि वह अधिकारियों व भ्रष्टाचार के दबाव में है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग आंदोलन की आड़ में उन पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं लेकिन वे बताएं कि आंदोलन के बिना अब चारा ही क्या है। फिर भी वे बताना चाहते हैं कि सेक्टरवासियों की सेवा में वे सदैव हाजिर रहेंगे और यदि सेक्टरवासियों का नेतृत्व करने को कुछ लोग राजनीति करने की संज्ञा दे रहे हैं तो सरकार सेक्टरवासियों की मांग मान लें और उन्हें राजनीति करने से रोक सकती है। उन्होंने तीन दिन पूर्व सरकार से बातचीत होने का दावा करने वालों से जवाब मांगते हुए कहा कि वे बातचीत का ब्यौरा सेक्टरवासियों को दें क्योंकि आज के समाचार पत्रों में सरकार की ओर से इन्हासमेंट पर जो बयान आया है, उसमें 4 मई को की गई घोषणा का ही जिक्र है, ताजा बातचीत का कोई ब्यौरा नहीं है। ऐसे में बातचीत के नाम पर सेक्टरवासियों को गुमराह करने वालों की असलियत अब खुलकर सामने आ गई है कि वे राजनीतिक इशारे पर सेक्टरवासियों को नुकसान ही पहुंचाना चाहते हैं।
इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा उप प्रधान कृष्ण संधू, सह सचिव मुलखराज मेहता, अर्बन एस्टेट के प्रधान रामनिवास गोयल आदमपुरिया, सेक्टर 9-11 के प्रधान प्रवीण जैन, राजेन्द्र चौहान, धनुराम, कुलजीत मान, आरके गोयल, एसके भारद्वाज, रामपाल सिंह, दयानंद मेहता, मदनलाल, जगन्नाथ, रामानंद, कश्मीरी लाल, डा. एसके चोपड़ा, आरके अरोड़ा, मनविन्द्र सेठी, नमिता गुप्ता, कृष्णा गुप्ता, कमला वर्मा, कृष्णा नेहरा, भतेरी देवी, उर्मिला दहिया, निर्मला, बाला, किरण लोहान व कमलेश मलिक सहित सैंकड़ों सेक्टरवासी उपस्थित थे।