हिसार

करोड़पति की बहु बनकर भी धरना—प्रदर्शन को मजबूर हुई..

हिसार,
भाजपा सरकार की अनदेखी के चलते घर की बहु—बेटियोें को अब चुल्हा—चौका छोड़कर धरने और अनशन पर बैठने को मजबूर हो गई है। करोड़पति की बहु बनकर भी धरने पर बैठना उनको काफी कचोट रहा है। इस सबका कारण है सरकार और अधिकारियों द्वारा थौंपी गई इन्हांसममेंट।

इन्हांसमेंट के खिलाफ आंदोलन कर रहे सेक्टरवासियों ने चेताया है कि यदि इस माह के अंत तक सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो वे आंदोलन कड़ा करने से गुरेज नहीं करेंगे। इसके तहत आमरण अनशन या विधायक के आवास का घेराव करना प्रमुख रहेगा।

धरने व क्रमिक अनशन पर बैठे सेक्टरवासियों को संबोधित करते हुए प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि सरकार एवं हुडा के उच्चाधिकारी सेक्टरवासियों के सब्र की परीक्षा ले रहे हैं लेकिन ये परीक्षा इतनी कड़ी नहीं होनी चाहिए कि उन्हें कड़े कदम उठाने को मजबूर होना पड़े। उन्होंने कहा कि यदि इस माह के अंत तक दोबारा गणना की मांग पूरी नहीं होती है तो विधायक के आवास का घेराव या आमरण अनशन जैसा कड़ा निर्णय लिया जाएगा, जिसकी जिम्मेवार सरकार होगी। उन्होंने कहा कि सेक्टरवासी इतने लंबे समय से धरने व अनशन पर बैठे हैं लेकिन सरकार उनकी बात सुनने की बजाय उनके सब्र की परीक्षा ले रही है।

जितेन्द्र श्योराण ने बताया कि सेक्टर की गणना कमेटी द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर साढ़े 10 एकड़ जमीन और सरकारी निकली है, जो नगर निगम की है और इस पर इन्हासमेंट नहीं लगाई जा सकती। इस प्रकार अब तक कुल 155 एकड़ जमीन हो चुकी है, जिस पर इन्हासमेंट बनती ही नहीं, लेकिन हुडा के अधिकारियों ने ये कारस्तानी कर रखी है। सरकार को चाहिए कि वह सेक्टरवासियों को प्रताडि़त करने की बजाय ऐसा गलत काम करने वाले हुडा अधिकारियों पर कार्रवाई करें और इन्हासमेंट की यह राशि उनकी जेब से भरवाएं क्योंकि इसमें सेक्टरवासी किसी भी रूप में देनदार नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार से बातचीत करने व प्रशासन को मामले से अवगत करवाने के लिए 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने आज उपायुक्त से मुलाकात की, जिस पर उपायुक्त ने हुडा के मुख्य प्रशासक से बात की तो उन्हें नई नीति के बारे में बताया गया। प्रधान ने उपायुक्त के समक्ष नई पॉलिसी को अधिकारियों का बचाव करने वाली करार देते हुए इस पर आपत्ति जताई और यह कहते हुए वापिस आ गए कि यह तो अधिकारियों के बचाव का रास्ता निकाला गया है।

उधर, इन्हासमेंट के खिलाफ क्रमिक अनशन पर बैठने वालों में आज महिलाओं ने फिर मोर्चा संभाला और नारेबाजी की। इनमें उर्मिला दहिया, भतेरी देवी, छन्नो देवी, मुकेश रानी, रीना रानी, दादी भानी देवी व नीलम बिसला शामिल थीं। इसके अलावा धरने पर उप प्रधान कृष्ण संधू, सह सचिव मुलखराज महता, सुजान सिंह बैनीवाल, इन्द्रकुमार, रामचन्द्र श्योराण, पीपी अरोड़ा, आरके गोयल, कश्मीरी लाल, कमलेश मलिक, भागवंती, सुषमा मलिक, रोशनी दलाल, विजया रानी, माया देवी, पूनम ग्रेवाल, किरण लोहान, राजबाला, सुनीता, सावित्री चहल, कृष्णा देवी, विमला ग्रेवाल, चमेली श्योराण व रीना सिहाग सहित अनेक सेक्टरवासी उपस्थित थे।

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