चण्डीगढ़,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल के प्रान्तीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चैयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा कि हरियाणा सरकार के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश का व्यापारी व आम जनता ने सरकार को ईमानदारी से टैक्स देकर सरकार को पहले से ज्यादा टैक्स देने का काम किया है। सरकार के मुताबिक 2013-14 वर्ष में 25567 करोड़ रुपये टैक्स की वसूली हुई और 2017-18 में बढ़कर 41000 करोड़ हो गई है। टैक्स बढ़ोतरी से साफ सिद्ध होता है कि प्रदेश का व्यापारी ईमानदारी से सरकार के खजाने में धन जमा करा रहा है।
प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि बड़े अफसोस की बात है कि व्यापारियों द्वारा करोड़ों-अरबों रुपये सरकार को टैक्स देने के बावजूद भी सरकार द्वारा व्यापारियों को कोई सुविधा नहीं दे रही। सरकार ने पिछले 4 साल के दौरान व्यापारियों को किसी प्रकार की रियायतें नहीं दी। इस कारण आज प्रदेश में व्यापार व उद्योग पिछड़ता जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने अपने लगभग 45 महीने के कार्यकाल में बिजली व पानी की दरों में बढ़ोतरी की है। हर व्यापारी पर नया व्यवसाय कर लगाने के साथ-साथ आढ़तियों के लाईसैंस फीस में 10 गुना बढ़ोतरी की है, जोकि व्यापारियों के साथ कुठारघात है।
गर्ग ने कहा कि केन्द्र सरकार ने भी टैक्सों को कम करने की बजाए 1 जुलाई 2017 से अनाप-शनाप वैट कर में बढ़ोतरी करके जीएसटी देश में लागू कर दिया है। पूरे विश्व में जीएसटी के तहत टैक्स की दरें सबसे ज्यादा भारत देश में है। श्री गर्ग ने कहा कि सरकार को व्यापारी व आम जनता से टैक्स वसूलने के साथ-साथ जनता को हर प्रकार की सुविधा देने का फर्ज बनता है, जिसे सरकार नहीं निभा रही है।
प्रान्तीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि अगर सरकार व्यापारियों को सुविधाएं ना देकर टैक्सों में बढ़ोतरी करेगी तो देश व प्रदेश में व्यापार कैसे बढ़ेगा? सरकार की वर्तमान नीति व्यापारियों व उद्योगपतियों के लिए चिन्ता का विषय है। सरकार को देश व प्रदेश में व्यापार को बढ़ावा देने के लिए व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा रियायतें देने की जरूरत है ताकि देश व प्रदेश में व्यापार बढ़ सके और बेरोजगार युवाओं को व्यापार व उद्योग के माध्यम से रोजगार मिल सके। देश को आगे ले जाने के लिए यह बेहद जरुरी है।