हिसार,
सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ प्रदेश के रोडवेज कर्मचारी 10 सितम्बर को प्रदेशभर में काला दिवस मनाएंगे और प्रदेशभर में 10 बजे से 12 बजे तक दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस विरोध प्रदर्शन में अनेक जन संगठन शामिल होंगे।
यह फैसला जींद में हरियाणा रोडवेज ज्वाइंट एक्शन कमेटी के वरिष्ठ सदस्य हरिनारायण शर्मा, अनूप सहरावत, जयभगवान कादियान व आजाद गिल की संयुक्त अध्यक्षता में हुई आपात बैठक में लिया गया। बैठक में कमेटी के वरिष्ठ सदस्य एवं ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रांतीय मुख्य सलाहकार रमेश सैनी ने बताया कि परिवहन विभाग में प्राइवेट बसें किराये पर लेने की स्कीम को रद्द करने एवं इसमें घोटाले की आशंका को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर 5 सितम्बर को हड़ताल के दौरान शांतिपूर्ण धरना, प्रदर्शन कर रहे रोडवेज कर्मचारियों पर पुलिस द्वारा विभिन्न डिपुओं में बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया गया और हजारों कर्मचारियों को गिरफ्तार करके जेलों में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि हड़ताल की सफलता या असफलता का मायना ही नहीं रहा बल्कि रोडवेज कर्मचारियों ने तमाम दमनकारी नीतियों को रौंदते हुए सरकार को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों के इस ऐतिहासिक सफल आंदोलन से सरकार पूरी तरह से बौखला चुकी है और इसी का परिणाम है कि हड़ताल के बाद भी रोडवेज कर्मचारियों पर एस्मा के तहत केस दर्ज करना, उन्हें निलंबित करने व हड़ताल के दौरान नुकसान भी भरपाई के नोटिस देने की प्रक्रिया जारी करके रोडवेज में आतंक जैसा माहौल बनाया जा रहा है जो अंग्रेजों के शासन की याद ताजा कर रहा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि दमनकारी नीतियों से आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता बल्कि यह और तेज होगा। यदि सरकार इसका समाधान चाहती है तो टेबल पर बातचीत ही इसका एकमात्र रास्ता है।