हिसार,
रोडवेज कर्मचारियों पर लगाई गई एस्मा एवं उन्हें दिये जा रहे नोटिसों के खिलाफ अनेक जन संगठनों ने रोष जताया है। इन संगठनों ने क्रांतिमान पार्क में बैठक करके चेतावनी दी है कि यदि कर्मचारियों पर दमनकारी कार्रवाही नहीं रोकी गई तो वे किसी भी हद तक आंदोलन से गुरेज नहीं करेंगे।
हरियाणा किसान मंच, भवन एवं निर्माण कामगार यूनियन, आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन, शहीद भगत सिंह नौजवान सभा, मजदूर यूनियन हरियाणा, मुक्ति किसान सभा यूनियन, जन लोकराज समिति, छात्र यूनियन, देहाती मजदूर सभा यूनियन, परमाणु विरोधी मोर्चा, मिड डे मिल यूनियन, आशा वर्कर यूनियन, देहाती मजदूर सभा सहित अनेक संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधि क्रांतिमान पार्क में एकत्रित हुए और सरकार द्वारा रोडवेज कर्मियों पर की जा रही दमनकारी नीतियों की आलोचना की। वक्ताओं ने कहा कि सरकार इस मामले में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत चरितार्थ कर रही है।
रोडवेज कर्मचारी निजी बसें हायर करके उनके संचालन में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा रहे हैं वहीं सरकार इस भ्रष्टाचार को मानने की बजाय आवाज उठाने वाले कर्मचारियों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह आवाज नहीं दबती बल्कि और प्रताडऩा से और ज्यादा बुलंद होती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि रोडवेज कर्मचारियों पर दमनकारी नीतियां बंद नहीं की गई और उनके खिलाफ किसी भी तरह की विभागीय कार्रवाही का प्रयास किया गया तो तमाम संगठन कर्मचारियों के समर्थन में सड़कों पर आ जाएंगे, जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी।
आंगनवाड़ी यूनियन नेता बिमला राठी ने कहा कि रोडवेज कर्मियों ने उनके आंदोलन में जी जान से साथ दिया था, अब आंगनवाड़ी महिलाएं भी उनका साथ देने से पीछे नहीं हटेंगी। हरियाणा किसान मंच के नेता रमेश बैनीवाल ने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों ने किसानों सहित हर संगठन के संघर्ष में साथ दिया है, ऐसे में किसान वर्ग भी रोडवेज कर्मियों के साथ हैं। इसके अलावा अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी रोडवेज कर्मियों पर की जा रही प्रताडऩा की कार्रवाई की निंदा करते हुए उनका हर तरह से साथ देने की बात कही। उपरोक्त के अलावा इस अवसर पर शेरसिंह, नरषोत्तम मेजर, प्रदीप चौधरी, सहित सैंकड़ों प्रतिनिधि उपस्थित थे।