पटना,
बिहार के जहानाबाद में भारत बंद की वजह से लगे भीषण ट्रैफिक जाम के चलते दो साल की एक बीमार बच्ची की मौत होने की खबर है। बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन वक्त रहते जाम न खुल पाने के चलते बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बंद के दौरान विपक्षी दलों ने सूबे में कई जगहों पर चक्का जाम किया और ट्रेनों को रोका। पटना समेत कई इलाकों में विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन उग्र रूप लेता दिखा।
Everyone has a right to protest but what is happening today? Petrol pumps and buses being set ablaze, putting to risk lives. A child died after an ambulance was stuck in the protests in Bihar's Jehanabad. Who is responsible?: Ravi Shankar Prasad,Union Minister #BharatBandh pic.twitter.com/UfvTn2P84U
— ANI (@ANI) September 10, 2018
बच्ची की मौत को लेकर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि इस हिंसा और मौत के खेल का जिम्मेदार कौन है। प्रसाद ने कहा, दवा की दुकान और ऐंबुलेंस को नहीं रोका जाता है। बिहार के जहानाबाद में कांग्रेस और विपक्ष के दलों ने ऐंबुलेंस नहीं आने दिया। इससे उस छोटी बेटी की जान चली गई। कौन जिम्मेदार है इसका। यह हिंसा का खेल बंद होना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि देश में खौफ का माहौल बनाया जा रहा है। जब जनता का समर्थन नहीं मिलता है तो फिर उग्रता का प्रदर्शन कर बंद को सफल करने की कोशिश की जा रही है। हम जनता की परेशानियों के साथ खड़े हैं। इसका हम समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं और निकालेंगे भी।
राज्य के गया, पटना, भोजपुर, दरभंगा सहित विभिन्न इलाकों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और मूल्य वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए। बिहार में इस बंद में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, सभी वामपंथी दल सहित कई अन्य विपक्ष की पार्टियां शामिल हैं। राज्य में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं। बेगूसराय स्टेशन पर ट्रेनें रोकी गईं।
पटना में राजेंद्र नगर टर्मिनल के बाहर बस में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। यह तोड़फोड़ मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह तोड़फोड़ मचाई। इसके अलावा कई अन्य वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। कांग्रेस समेत करीब 20 विपक्षी दलों के इस भारत बंद का देश के कई राज्यों में व्यापक असर देखने को मिला है। कांग्रेस प्रेजिडेंट राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के साथ कई अन्य दलों के नेताओं ने दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली में हिस्सा लिया। इस मौके पर एनसीपी के शरद पवार एवं प्रफुल्ल पटेल और जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव भी मौजूद थे।