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शिकारपुर के ग्रामीण बोले,कैद होकर रह गई जिंदगी


हिसार।

पिछले दो दिन से हो रही बरसात के कारण गांव शिकारपुर की बीपीएल कॉलोनी के चारों ओर पानी ही पानी जमा हो गया है। पानी निकासी का कोई रास्ता न होने के कारण लोगों के लिए भारी समस्या पैदा हो गई है। उनके आने-जाने का कोई रास्ता नहीं बचा है। यह कॉलोनी सरकार की योजना के तहत अस्तित्व में आई थी।
कॉलोनी के चारों तरफ पानी से घिरने के बाद यहां के वाशिंदों और ग्राम पंचायत ने जिला उपायुक्त को अवगत करवाया है और मांग की है कि तुरंत यहां से पानी निकासी के प्रबन्ध किए जाएं। यदि पानी तुरंत नहीं निकाला गया तो समस्या बढ़ जाएगी तथा मक्खी-मच्छर पनपने के साथ बीमारियां फैल सकती हैं। जलभराव से कॉलोनी की दीवारें भी गिर गई हैं। ग्रामीणों ने उपायुक्त से मांग की है कि बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन से हुई बारिश के चलते पूरी कॉलोनी में पानी से लबालब हो गई है और आने-जाने का रास्ता नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जल भराव से कॉलोनी की दीवारें भी गिर गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा वर्ष 2003 में ड्रेन बनवाई गई थी जिसकी बाद में संभाल न किए जाने के कारण लोगों द्वारा ड्रेन को जगह-जगह से बन्द कर दिया गया। इस कारण यहां से पानी की निकासी नहीं हो पाई और पूरी कॉलोनी में पानी जमा हो गया। अब ऐसे में लोगों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है तथा बच्चे स्कूल नहीं जा पाएंगे। सभी कार्य प्रभावित होंगे। इसलिए कॉलोनी में पानी की निकासी का प्रबंध किया जाए ताकि गरीबों के मकान सही-सलामत रह सकें। साथ ही रास्ते को भी ऊंचा करने का प्रबध किया जाए। ड्रेन को खुलवाई जाए ताकि पानी की निकासी हो जाए। उपायुक्त से मिलने वालों में ग्राम पंचायत शिकारपुर के सरपंच सुरेंद्र कुमार, खुशीराम, सुभाष चन्द्र नम्बरदार, हरीश कुमार, लक्ष्मी पंच, मंजूबाला, पूनम रानी, पूजा, अशोक चन्द्र, महीपाल, सुनीता, बाला देवी, संतोष, राजा राम, घासु, रामप्यारी, श्योराम, शेरा सिंह, पुष्पा व शंकरलाल आदि शामिल थे।

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