हिसार,
गांव तलवंडी बादशाहपुर निवासी चांदी राम पुत्र जागर सिंह ने गांव के ही बंसी पुत्र भागीरथ, लायकराम पुत्र भागीरथ, हनमान पुत्र रामकरण निवासी रावतखेड़ा व उनके परिजनों पर 6 कनाल में खड़ी उनकी गवार की फसल पर तीन ट्रैक्टर चलाकर तबाह करने व उनके परिवारजनों व महिलाओं के साथ मारपीट करने आरोप लगाते हुए कानूनी कार्यवाही की मांग की है। इस संबंध में आजाद नगर पुलिस चौकी में एक शिकायत भी दर्ज करवाई गई है।
चांदी राम ने बताया कि वह एक गरीब किसान है गांव तलवंडी बादशाहपुर में उनकी माता सोमती देवी ने वर्ष 2006 में 30 कनाल 4 मरले जमीन खरीदी थी जो उनकी माता सोमती देवी के नाम थी उनके देहांत के बाद यह जमीन हम भाई बहनों, बंसी, चांदी, महाबीर, दर्शना व मदन में बराबर 1/5 हिस्सा के मालिक व काबिज हो गए। जिसके बाद बंसी ने अपनी पूरी जमीन व महाबीर ने अपना 4 कनाल की जमीन को बेच दिया और हम चांदी, महाबीर व दर्शना व मदन ने अपने हिस्सों की जमीन के मालिक रह गए।
चांदी राम ने बताया कि उनकी बहन दर्शना पत्नी सुरेंद्र निवासी काजलहेड़ी तहसील व जिला फतेहाबाद जो कि 10 वर्षों से वहीं रह रही है व भाई मदन ने मिठी ढाणी तहसील सिवानी जिला भिवानी राजेश से किसी जरूरत के लिए एक लाख रुपये फाइनेंस पर लेने की मांग की जिस पर राजेश ने उसके हिस्से की जमीन को उसके पास रहन करने की बात कही और खुद ही जमीन के कागजात निकलवाकर व धोखाधड़ी करके व उसकी अनपढ़ बहन दर्शना के अंगूठे लगवाकर जमीन की रजिस्टरी अपने नाम करवा ली। राजेश ने यह जमीन 1134500 रुपये खरीदी में हुई दिखा दी और उसी पैसे में एक लाख रुपये उनकी बहन को ब्याज पर दे दिया। राजेश ने उक्त रकबे में से बंसी पुत्र भागीराथ को आधे पोने भाव में बेच दिया जबकि उस जमीन पर कब्जा उनका है। जमीन की राशि में से कुछ भी उसकी बहन व भाई मदन को नहीं दी जिससे साफ तौर पर जाहिर होता है कि फाइनेंसर राजेश ने उसकी बहन के साथ धोखाधड़ी की है।
चांदी राम ने कहा कि वे वर्ष 2006 से इस जमीन पर से खेती कर रहे थे और यह जमीन पर उनका कब्जा था और अब उन्होंने उस जमीन पर गवार की फसल बीज रखी थी। गत 23 अगस्त को बंसीलाल पुत्र भागीराथ ने मेरे व संदीप के खिलाफ उनकी बाजरे की फसल तबाह करने का झूठा व बेबुनियाद मुकदमा दर्ज करवा दिया और 15.9.2018 को मुझे इसी झूठे मुकदमे में गिरफ्तार करवा दिया। मेरे गिरफ्तार होने के बाद इन लोगों एक साजिश के तहत 16 सितंबर को मेरी सारी गंवार की फसल को तीन ट्रैक्टर लाकर नष्ट-भ्रष्ट कर दिया और मेरे ऊपर ही मुकदमा बनवाकर मुझे अंदर करवा दिया । जब मैं 16 सितंबर को जमानत लेकर वापिस आया तो उन्हें उनका भाई मदन हॉस्पिटल में दाखिल मिला जो कि उक्त आरोपियों के हमले का शिकार हुआ था।
मेरे भाई मदन ने मुझे सारी कहानी सुनाई कि उक्त आरोपियों ने किस तरह से उनकी फसल तबाह कर दी और घर वालों व महिलाओं से भी मारपीट की। मदन ने यह भी बताया कि उसने इस संबंध में आजाद नगर पुलिस चौकी में भी शिकायत दी थी लेकिन कार्यवाही नहीं की गई। शिकायत में आरोपियों बंसी, लायकराम, हनुमान, पवन, राधेश्याम, विष्णु, आत्माराम, रोहताश, हवासिंह, बलवंत, सुरेंद्र, तपसी, अशेक, मंगतू, कुलदीप राहड़, राजेश, रायसाहब, कुलदीप व अन्य व्यक्तियों के नाम दिए थे लेकिन अब तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। मदन ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने केवल फसल को ही तबाह नहीं किया बल्कि पूरे परिवार के साथ मारपीट की व डंडे, लाठियों से ढाणी में उनके परिवार के सदस्यों व महिलाओं पर हमले किए। आरोपियों के खेत में फसल तबाह करने के दौरान उनके पुत्र ने पुलिस को 100 नंबर भी सूचित किया लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची।
चांदी राम ने कहा कि आरोपियों ने बेवजह उनकी 6 कनाल गवार की फसल को तबाह किया व उनके परिवार के साथ मारपीट की और उल्टा उन्हीं के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया जिससे उनका पूरा परिवार सदमे में है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में आरोपियों पर तुरंत कार्यवाही कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए व उन्हें न्याय दिलवाया जाए।