हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में 4 अक्तूबर से रबी कृषि मेला आरंभ हो रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा इस मौके पर मुख्य अतिथि होंगे और कृषि मेला का शुभारंभ करेंगे।
उल्लेखनीय है कि हर साल हरियाणा सहित पड़ोसी राज्यों पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश से हज़ारों की संख्या में किसान इस मेले में शामिल होते हैं और कृषि की नवीन तकनीकों की जानकारी प्राप्त करते हैं।
हरियाणा कृषि द्वारा इस वर्ष आयोजित किए जा रहे मेले का मुख्य विषय खेत में फसल अवशेषों के प्रबंधन के लिए कृषि मशीनीकरण प्रोत्साहन रखा गया है इसलिए मेले में आने वाले किसानों को पराली जलाने की समस्या से निजात दिलाने के लिए फसल अवशेष प्रबंधन तथा इस कार्य को सहजतापूर्वक करने में प्रयोग होने वाली विभिन्न मशीनों एवं यंत्रों की जानकारी दी जाएगी।
विश्वविद्यालय के विस्तार शिक्षा निदेशक एवंं कृषि मेला के संयोजक डॉ. आरएस हुड्डा ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य अतिथि फसल अवशेष प्रबंधन मशीनरी को झंडी दिखाएंगे और मॉडर्न इंडिजिनस सीड बैंक का उद्घाटन भी करेंगे। वह मेले में एग्रो-इंडस्ट्री प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे जिसमें विश्वविद्यालय के सभी विभागों द्वारा कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए इजाद की गई नई तकनालोजी व उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी हिस्सा लेंगी। उन्होंने बताया कि मेले में किसानों के लिए रबी फसलों व सब्जियों की विभिन्न उन्नत किस्मों के बीजों की जानकारी प्रदान करने एवं इन बीजों की प्राप्ति की व्यवस्था की गई है। मेले में पशुओं के पालन-पोषण, प्रजातियों तथा इलाज की जानाकारी, मिट्टी व सिंचाई जल के नमूनों की सामान्य शुल्क पर जांच, रोगी पौधों की वैज्ञानिक जांच एवं निदान, खरीफ फसलों की नई किस्मों का प्रदर्शन आदि के विशेष प्रबंध किए गए हैं। इसके अतिरिक्त मेले में आए किसानों को विश्वविद्यालय के अनुसंधान फार्म पर वैज्ञानिकों द्वारा उगाई गई खरीफ मौसम की फसलें दिखाई जाएंगी। मेले में कृषक महिलाओं को गृहविज्ञान संबंधी विशेष जानकारियां प्रदान की जाएंगी।
डॉ. हुड्डा ने बताया उम्दा फसल उत्पादन करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस अवसर पर एक फसल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। कृषि संबंधित समस्याएं एवं समाधान विषय पर प्रश्नोत्तरी सभा आयोजित की जाएगी तथा विश्वविद्यालय के प्रकाशनों की बिक्री भी होगी। उन्होंने बताया कि मेले में कृषि उत्पादन में बेहतर कार्य करने वाले प्रदेश के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया जाएगा। किसानों के मनोरंजन के लिए हरयाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी व्यवस्था होगी।
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