हिसार,
सूखे,अंधड़ व भारी वर्षा जलभराव से बर्बाद फसलों की विषेष गिरदावरी करवाकर प्रति एकड़ किसान को 50 हजार रू.मुआवजा देने की मांग को लेकर किसान सभा ने उपायुक्त कार्यालय के आगे अनिश्चितकालिन धरना आरंभ कर दिया। सभा के जिला सचिव सूबेसिंह बूरा ने कहा कि सरकार ने आज तक किसानों की बर्बाद हुई फसल की गिरदावरी के आदेश नहीं दिये है। हिसार जैसे बड़े जिले में दो ही मंडि़यों हिसार व बास में केवल बाजरा की खरिद करने के आदेश दिए है जबकि मूंग,जीरी ,नरमा की फसल को व्यापारी मनमर्जी भाव से किसानों को लूट रहे है।
उन्होंने कहा 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा, सरकारी समर्थन मूल्य पर जिले की सभी मंडियों में किसानों की फसलों की खरीद शुरू करवाने, एक साल तक सभी प्रकार के कर्ज वसूल रोकने के लिए 2 अक्टूबर को दिल्ली में निहत्थे व निर्दाेष किसानों पर बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज की न्यायिक जांच करवाने के लिए किसान सभा ने अनिश्चितकालिन धरना शुरू किया है।
धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान मा. मोलड़ सिंह आर्य ने किया व संचालन दयानंद ढुकिया ने किया। धरने को जिला सचिव सूबेसिंह बूरा, भूप सिंह बैनिवाल, विरेंद्र बगला, शकुंतला जाखड़, धर्मवीर कंवारी,शमशेर नम्बरदार, बारूराम मुकलान, कामरेड सुरेश कुमार पूर्व जिला पार्षद, आर.सी.जग्गा, बलबीर नम्बरदार पाबड़ा, भूप सिंह प्रधान, रिछपाल कड़वासरा, रधुबीर गढी़, थानेदार नफेसिंह चिडा़ैद, कर्मसिंह कंवारी, फूलसिंह , कृष्ण गावड़ प्रधान बालसंमद, बंसीलाल प्रधान, नरेंद्र मलिक, धर्मबीर बजाज बरवाला, रामानंद यादव, औमप्रकाश झाझडि़या आदि नेताओं ने सम्बोधित किया।